November 24, 2024

महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए आज सोनिया गांधी ने अहम मीटिंग बुलाई

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नई दिल्ली
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। आज दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष से एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी मुलाकात की है। पवार ने सोनिया से मुलाकात के बाद कहा कि आज कांग्रेस पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की जयंती कार्यक्रम में व्यस्त है इसलिए सरकार बनाने पर कोई चर्चा नहीं हुई। सूत्रों ने बताया है कि अब एक-दो दिनों में कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं के बीच मीटिंग होगी। मीटिंग में तय किए गए ड्राफ्ट पर दोनों पार्टी की लीडरशिप (सोनिया और शरद पवार) फैसला लेंगे।

इस बीच सोनिया के आवास पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम पर पार्टी की आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने अहमद पटेल, एके एंटनी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। बता दें कि शिवसेना को समर्थन देने पर अभी तक कांग्रेस या एनसीपी ने खुलकर कुछ नहीं कहा है। हालांकि, कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र में पार्टी के विधायक सरकार में शामिल होना चाहते हैं।

पवार के बयान से शिवसेना खेमे में खलबली
कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बयान ने शिवसेना के अंदर चिंता बढ़ा दी है। पवार ने सोमवार को मुलाकात के बाद कहा था कि उन्‍होंने सोनिया गांधी के साथ न तो शिवसेना और न ही सरकार बनाने के बारे में बात की। पवार के इस बयान से शिवसेना के नेता के साथ-साथ कार्यकर्ता भी भ्रम की स्थिति में पहुंच गए हैं। बदली परिस्थिति में शिवसेना के नेता पर्दे के पीछे से कहने लगे हैं कि पार्टी के लिए यह अच्‍छा होगा कि वह एनसीपी से बातचीत छोड़ बीजेपी के साथ दोबारा सरकार बनाए।

शिवसेना के कुछ लोग कांग्रेस-एनसीपी से दूरी की कर रहे बात
शिवसेना के एक विधायक ने कहा कि वह शरद पवार का बयान सुनकर 'सकते' में है। शिवसेना विधायक ने कहा, 'हमारी पार्टी को इंतजार करना चाहिए और एनसीपी सुप्रीमो के साथ जाने से पहले 10 बार विचार करना चाहिए।' उधर, शिवसेना के एक पदाधिकारी ने सवाल किया, 'यह किस तरह की राजनीति है? शिवसेना जैसी पार्टी जो 80 फीसदी सामाजिक सेवा और 20 प्रतिशत राजनीति करती है, के लिए यह बेहतर होगा कि वह एनसीपी-कांग्रेस से दूर रहे और बीजेपी के साथ हाथ मिला ले।'

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