विंटर सेशन के पहले दिन कांग्रेस ने फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी का मुद्दा उठाया
नई दिल्ली
विंटर सेशन का पहला दिन ही उम्मीद के अनुसार काफी हंगामेदार है। लोकसभा सांसद और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला को नजरबंद किए जाने के खिलाफ कांग्रेस सांसदों ने जमकर हंगामा किया। सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने पर भी सवाल उठाए। फारूक को रिहा करने और कश्मीर के हालात को लेकर संसद में विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया।
फारूक को रिहा करने की मांग उठाई
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी पर सवाल उठाते हुए इसे जुल्म करार दिया। चौधरी ने कहा, '108 दिन हो गए हैं जबसे फारूक अब्दुल्ला जी को हिरासत में लिया गया है। ये क्या जुल्म हो रहा है? हम चाहते हैं कि उन्हें संसद में लाया जाए। यह उनका संवैधानिक अधिकार है।'
गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने पर उठाए सवाल
गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा पिछले दिनों वापस ले ली गई है और उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दी गई है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि मैं यहां से यह भी मुद्दा उठाना चाहता हूं कि आखिर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जी की एसपीजी सुरक्षा क्यों हटाई गई। हालांकि, एसपीजी सुरक्षा हटाते वक्त भी कहा गया था कि गांधी परिवार के तीनों सदस्यों की सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया गया है। उन्हें किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है।
फारूक अब्दुल्ला को रिहा करो के नारे लगे
लोकसभा में कार्यवाही शुरू होने के साथ ही कांग्रेस सांसदों और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस सांसदों ने विपक्ष पर हमले बंद करो, फारूक अब्दुल्ला को रिहा करो के नारे लगाए। नारे लगाते हुए कुछ सदस्य स्पीकर की वेल के पास तक पहुंच गए। इसके साथ ही कश्मीर में तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे भी लगाए गए।