इकबाल अंसारी बोले- हमें मंजूर SC का फैसला, रिव्यू पिटीशन से लेना-देना नहीं
नई दिल्ली
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दायर करने के ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के निर्णय से इस केस में मुख्य पक्षकार इकबाल अंसारी ने किनारा कर लिया है. इकबाल अंसारी ने बातचीत में कहा कि हम पहले भी कह चुके हैं. हम मामले में पक्षकार हैं, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया और हमने मान लिया. पक्षकार बहुत ज्यादा हैं. कोई भी पक्षकार कहीं जा रहा है तो इसमें मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है. हम फिर कोर्ट नहीं जा रहे हैं और दूसरा कोई कहां जा रहा है, इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है.
इकबाल अंसारी ने कहा कि, देखिए हम कुछ कहना नहीं चाहते हैं, लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट…70 साल हो गया. अब कोर्ट ने फैसला कर लिया, हमने मान लिया. कोर्ट ने फैसला कर दिया, हमने मान लिया. अब हमें आगे जाने की जरूरत नहीं है, और पक्षकार बहुत ज्यादा हैं. कोई कहां जा रहा है इससे मेरा कोई वास्ता नहीं है. 70 साल से मामला चल रहा है. नौ पक्षकार हैं. कौन कहां जा रहा है, मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता है. हम पक्षकार हैं, हमने कोर्ट के फैसले का सम्मान किया. कई पक्षकार हैं. कोई कहां जा रहा है मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है.
अयोध्या पर रिव्यू पिटीशन दाखिल करेगा AIMPLB
बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने कहा है वह अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दायर करेगा. बोर्ड के सचिव जफरयाब जिलानी ने बोर्ड की वर्किंग कमेटी की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अयोध्या मामले पर 9 नवंबर को दिए गए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर पुनर्विचार की याचिका दाखिल की जाएगी.
SC के फैसले पर मुस्लिम बोर्ड ने उठाए सवाल
बोर्ड ने यह भी कहा कि मस्जिद की जमीन के बदले में मुसलमान कोई अन्य जमीन कबूल नहीं कर सकते हैं. बोर्ड का कहना है कि वो दूसरी जमीन पाने के लिए अदालत नहीं गए थे, उन्हें वही जमीन चाहिए जहां पर बाबरी मस्जिद बनी थी.