दुनिया भर में भगवान श्रीराम से जुड़े साक्ष्य संजोएगी यूपी सरकार
लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार भगवान राम के व्यक्तित्व व कृतित्व से जुड़े सांस्कृतिक साक्ष्यों को संजोने में जुट गई है। राज्य के संस्कृति विभाग को विश्व के अनेक देशों में मौजूद श्रीराम से जुड़े साक्ष्य जुटाकर उन्हें संकलित करने की जिम्मेदारी दी गयी है। इसी क्रम में अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक योगेन्द्र प्रताप सिंह (वाईपी सिंह) ने 'राम की विश्वयात्रा' शीर्षक से एक प्रस्तुतीकरण तैयार किया है।
अयोध्या में एक ऐसा केन्द्र बनाया जाएगा जहां विदेशों में प्रचलित रामलीलाएं, राम कथा से जुड़े साक्ष्य, संस्कृति व परम्पराओं की झलक दिखाई जाएगी। यह केन्द्र बिल्कुल नक्षत्रशाला की तरह होगा जहां ऑडियो-विजुअल से भगवान राम की विश्व यात्रा लोगों को बतायी जाएगी।
प्रदेश सरकार ने इस काम के लिए अपने पिछले अनुपूरक बजट में अयोध्या शोध संस्थान को सिर्फ इस काम के लिए ही 20 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है। संस्थान के निदेशक वाई.पी.सिंह ने 'हिन्दुस्तान' से खास बातचीत में यह जानकारी दी।
विदेशों में राम का नाम
विश्व के कई देशों में ऐसे स्थानों का उल्लेख किया गया है जिनके नाम राम के नाम से जुड़े हुए हैं। जैसे इजरायल में रामल्लाह, रामाथेयम। इजरायली जिसे रामाथेयम कहते हैं, दरअसल वह रामधाम का अपभ्रंश बताया जाता है जिसका अर्थ है राम का स्थान। इसी तरह रामेश- पुरुषों का यह नाम ईरान, इराक, सीरिया, लेबनान में मिलता है। इसी तरह इराक में एक स्थान का नाम रामादी और एक जगह का नाम रामदिया है। इराक में पुरुषों के नाम रामज़ी मिलता है जैसे रामज़ी युनूस, रामज़ी बिन अलशिभा आदि। रामजु मुनशिर, रामीरेज स्पेनिश व लैटिन नाम हैं।
मध्य पूर्व इराक में राम के गुफा चित्र
इस प्रस्तुतीकरण में इराक-ईरान की सीमा पर बेलुला नामक स्थान पर राम के गुफा चित्र मिले हैं। बेलुला की पहाड़ियों पर देखे गये राम और हनुमान के इन चित्रों के बारे में पुष्टि के लिए ईरान में भारत के राजदूत प्रदीप सिंह राजपुरोहित से अनुरोध किया गया था। उन्होंने इसकी पुष्टि करवायी।
इटली में दीवारों पर मिले प्राचीन चित्र
इटली में 5वीं शताब्दी ईसापूर्व रामायण से मिलते-जुलते चित्र दीवारों से प्राप्त हुए हैं। इन चित्रों में राम, सीता, लक्ष्मण के वन गमन, सीता हरण, लवकुश द्वारा घोड़े को पकड़ने, हनुमान द्वारा संजीवनी लाने आदि के प्रसंग मिलते हैं। प्राचीन इटली में रावन्ना क्षेत्र में आकाशमार्ग से उड़ते हुए घोड़ों के साथ जटायु के प्रसंग का भी चित्र है।
होण्डुरास में मिला पाताल लोक
होण्डुरास मध्य अमेरिका का एक देश है जहां घने जंगलों के बीच एक बहुत प्राचीन शहर के अवशेष मिले हैं। इस प्राचीन शहर में हनुमान की प्रतिमा भी मिली है। इस प्राचीन शहर में मंकी गाड की पूजा किये जाने के भी साक्ष्य मिले हैं।
कम्बोडिया में क्रौंच पक्षी वध प्रसंग के साक्ष्य
कम्बोडिया में अंकोरवाट से लगभग 100 किलोमीटर दूर वैण्टेन छमार थाईलैण्ड की सीमा से लगा हुआ क्रौंच पक्षी वध का प्रसंग प्रमुख है।
इसी क्रम में रूस, ब्रिटेन, थाईलैण्ड, वीयतनाम, इण्डोनेशिया, फिलीपींस, ट्रिनीडाड, सूरीनाम, मारीशस,गयाना, फिजी, श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान आदि देशों में रामकथा, राम के समय की संस्कृति व परम्पराओं के जितने भी साक्ष्य मौजूद हैं, उनका संकलन किया जा रहा है।