मंत्री सरयू राय लडेंगे मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव, झारखंड भाजपा में बगावत
जमशेदपुर
टिकट नहीं मिलने से नाराजा खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। वह जमशेदपुर पूर्वी के साथ-साथ जमशेदपुर पश्चिमी से भी किस्मत अजमाएंगे। रविवार को उन्होंने कहा कि पूर्वी और पश्चिम दोनों विधान सभा क्षेत्रों से नामांकन भरेंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम में बहुत सारे विकास कार्य किये गए हैं। इसे लूटेरे के हाथ मे नहीं जाने देंगे। पश्चिम में चुनाव की कमान कार्यकर्ता संभालेंगे और पूर्वी में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना हैं। वहां वे स्वयं कमान संभालेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी बोलते हैं कि भ्रष्टाचार खत्म करो और जब बोलता हूं कि कोड़ा के रास्ते पर मत चलो तो गलत हो जाता हूं। जमशेदपुर में भ्रष्टाचार करने वाले का परिवार ने भय का माहौल बना रखा है।
इससे पहले टिकट का इंतजार कर रहे खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय का धैर्य शनिवार को जवाब दे गया था और वे बगावत पर उतर आए। भाजपा प्रत्याशियों की चौथी सूची में भी अपना नाम न पाकर बिफरे सरयू राय ने कहा था कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व को स्पष्ट कर दिया है कि अब उनके टिकट पर विचार करने की जरूरत नहीं है। पार्टी जिसे चाहे उनके बदले उतारे। उन्होंने कहा कि वे अब निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे।
सरयू राय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पूर्वी और पश्चिम जमशेदपुर विधानसभा सीट से नामांकन पत्र खरीद लिया है और वे मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा जिन कार्यकर्ताओं-समर्थकों के साथ 15-16 वर्षों तक काम किया उनकी राय जानना जरूरी है। उन्होंने बताया कि वे 18 नवंबर को नामांकन दाखिल करेंगे।
सरयू राय ने कहा कि पार्टी की चौथी सूची की घोषणा हुई, उसमें भी नाम नहीं आया, इससे बहुत ग्लानि महसूस हुई। कार्यकर्ताओं में भी असमंजस की स्थिति थी। टिकट के लिए इतने दिनों तक इंतजार करता रहा। ऐसा लगा कि अपने स्वभाव के विपरीत काम कर रहा हूं।सरयू राय ने कहा कि वे भ्रष्टाचार और पर्यावरण सुरक्षा की लड़ाई लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। छोटे से विधानसभा क्षेत्र के लिए पार्टी को इतना सोचने की जरूरत नहीं है। मैं पार्टी को परेशानी से मुक्त करता हूं। वह मेरे नाम पर विचार न करे।