24 घंटे बदस्तूर जारी है अवैध उत्खनन, रेत घाटो में ठेकेदारों की मनमानी, नियम कायदे की उड़ रही धज्जी, पोकलेन और जेसीबी से कर रहे नदी का सीना छलनी
* जिम्मेदारों ने कार्रवाई की बजाय मूंद ली आंखे, पुलिस, राजश्व, खनिज, पीसीबी की खुली छूट*
*(भानु प्रताप साहू)*
बलौदाबाजार। अवैध उत्खनन और नदियों के संरक्षण के लिए कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले अपने वचन पत्र में प्रभावी नियम बनाने का जो वायदा किया था उसे निभाते हुए प्रदेश सरकार ने नई रेत नीति 2019 लागू किया है। जिससे प्रदेश के आवाम को सस्ती-सुलभ रेत मिल सकें लेकिन जब यही नीति सरकार की गले की फांस बन जाये तो निश्चित रूप से सरकार की किरकिरी होना लाजमी है। मामला बलौदाबाजार जिले की ग्राम तुरमा के अमलडीहा-हरदी घाट की है जहाँ मेरी मर्जी की तर्ज पर ठेकेदार द्वारा रेत उत्खनन किया जा रहा है। साथ ही मनमाना दर पर लोडिंग किया जा रहा है। जिससे अब लोगों को दोगुना दर पर रेत मिल पायेगा। मीडिया ने जब गुरुवार को उक्त घाटों पर जाकर भौतिक सत्यापन किया गया तो महंगी रेत की कहानी पूरी तरह सच निकला। सूत्रों ने बताया कि यहाँ ठेकेदार पेटी में काम लेकर हाईवा में पहले जिस दर से लोडिंग किया जा रहा था वह अब दोगुना दर पर किया जा रहा है। जिससे अब लोगों को जिस दर पर 6 माह पहले मिल रहा था अब वह रेत दोगुना दर पर मिलेगा। कुलमिलाकर ठेकेदार द्वारा पैदा की गई कूटनीति का प्रभाव सरकार को पड़ेगा। जिससे सरकार की किरकिरी होना स्वाभाविक है।
*विधायक ने ली सुध*
रातभर हैवी मशीन से रेत के उत्खनन की जानकारी जब क्षेत्रीय विधायक सुश्री शकुंतला साहू को दी गई तो उन्होंने सीधे कहा कि उन्होंने खनिज विभाग और प्रशासन को कार्रवाई के लिए कहा है अगर 2 दिनों के भीतर जिला प्रशासन और खनिज विभाग इस ओर लगाम नही लगाता तो खुद विधायक पूरे मामले की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से करेंगी। जिससे प्रदेश की जीवन दायिनी महानदी का अस्तित्व बचा रहे।
*पोकलेन से उत्खनन*
नदियों के वास्तविक स्वरूप को बनाए रखने के लिए पर्यावरण विभाग ने रेत खदान में पोकलेन, जेसीबी जैसी हैवी मशीनों को उतारने पर प्रतिबंध लगा रखा है और रेत खदानों मे लोडिंग अनलोडिंग का मैनुएल होना हैं पर ठेकेदार पोकलेन मशीन से न केवल रेत का खनन करते हैं, बल्कि नदी के किनारों को काटकर बीच में बड़े-बड़े रपटा बनाकर नदी का स्वरूप बिगाड़ रहे हैं बलौदाबाजार विकासखंड के ग्राम पंचायत तुरमा के अमलडीहा और हरदी रेत घाट महानदी के समीप है जहाँ पर मशीनों से दिन-रात रेत का अवैध खनन कर रोजाना हाईवा और मिनी डंफरों से परिवहन किया जा रहा है जिसकी सुध किसी जिम्मेदार द्वारा नही ली जा रही है जिससे यहाँ ठेकेदार अंधाधुंध उत्खनन कर शासन को चुना लगा रहा है। ऐसा नही की इसकी जानकारी खनिज विभाग और जिला प्रशासन को न हो लेकिन महीनो की लंबी चढ़ोत्तरी मिलने के कारण खनिज विभाग द्वारा मूक आदेश देने की खबर है वही लोगों की माने तो ठेकेदार और खनिज अधिकारी की मिलीभगत से जीवन दायिनी महानदी का गला घोंटा जा रहा है।
*यह है नियम*
यदि सिया और डिया के नियमों पर गौर करें तो शाम 6 बजे के बाद किसी भी तरह का उत्खनन सहित परिवहन नही किया जा सकता है सभी प्रकार की वाहनों में त्रिपाल से वाहन ढका होना चाहिए और अपने क्षेत्र अंतर्गत ही उत्खनन किया जाना चाहिए।लेकिन यहाँ पर खनिज विभाग की सह पर डंके की चोट में नियमो की धज्जिया ठेकेदार द्वारा उड़ाया जा रहा है।
*रातभर जारी अंधाधुंध उत्खनन*
दिन में उक्त ठेकेदार द्वारा खुलेआम पोकलेन मशीन का उपयोग तो किया ही जा रहा है लेकिन रात के अंधेरे में भी उक्त पोकलेन से अंधाधुंध उत्खनन की जाती है जहाँ आज शासन को गुमराह करते हुय इन ठेकेदारों ने राजस्व की छती पहुंचा रहे है, रात के अंधेरे मे अवैध कारोबार की जानकारी के मुताबिक सैकड़ों हाईवा रात में सड़क के परखच्चे उडाते हुये निकलती है सूत्रों का कहना है कि स्थानिय स्तर पर माफिया का मैनेजमेंट पुलिस और अन्य विभाग से होने के चलते धड़ल्ले से फल फूल रहा है।
*इनका कहना है।*
मजदूर उक्त रेत घाट में काम कर सकते है। पूरे मामले की जल्द ही जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
*एम. चंद्रशेखर*
*खनिज अधिकारी, बलौदाबाजार*
आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है मैं दिखवाती हूँ।
*नीतू कमल*
*पुलिस अधीक्षक, बलौदाबाजार*
यातायात विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है अभी हमारे द्वारा 10 ओवरलोड हैवी वाहनों पर कार्रवाई की गई है। यदि ओवरलोड रेत हाईवा निकल रही है तो आगे कार्रवाई की जाएगी।
*जितेंद्र कोसले*
*यातायात प्रभारी, बलौदाबाजार*