स्वच्छ पानी के लिहाज से दिल्ली देशभर के 21 शहरों में हुआ फिसड्डी साबित
नई दिल्ली
दिल्ली की हवा ही नहीं पानी भी बदतरीन है। केंद्र सरकार ने देशभर के 21 शहरों के पानी के नमूनों की जांच के बाद बताया कि मुंबई का पानी सर्वोत्तम है तो दिल्ली का पानी सबसे खराब। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने आज पानी की गुणवत्ता के आधार पर देश के 21 शहरों की लिस्ट जारी की है।
रैंकिंग में कहां, कौन सा शहर
इस लिस्ट में टॉप पांच शहर के तौर पर क्रमशः मुंबई, हैदराबाद, भुवनेश्वर, रांची और रायपुर उभरे हैं। वहीं, बाकी शहरों में क्रमशः अमरावती, शिमला, चंडीगढ़, त्रिवेंद्रम, पटना, भोपाल, गुवाहाटी, बेंगलुरु, गांधीनगर, लखनऊ, जम्मू, जयपुर, देहरादून, चेन्नै, कोलकाता, दिल्ली का स्थान है।
BIS ने रखे थे 10 मानक
केंद्र सरकार ने ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) को देशभर के विभिन्न शहरों से पानी के नमूने एकत्र कर उनकी जांच करने और उसके अनुरूप शहरों की रैंकिंग जारी करने का जिम्मा दिया था। पासवान ने आज पानी की गुणवत्ता की रिपोर्ट और रैंकिंग जारी करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि पानी के नमूनों की जांच 10 मानकों पर की गई।
मुंबई अव्वल, दिल्ली फिसड्डी
पासवान ने कहा कि मुंबई का पानी हर मानक पर पास हुआ है। वहीं, इन मानकों पर अन्य सभी शहरों के मुकाबले दिल्ली का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। मंत्री ने कहा, 'हम किसी सरकार को दोष नहीं दे रहे हैं। दिल्ली सरकार यह समझे कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे हैं, बल्कि हमारा मकसद लोगों तक साफ पानी पहुंचाना है।'
जारी रहेगा गुणवत्ता परीक्षण
उन्होंने कहा कि पानी का गुणवत्ता परीक्षण आगे भी जारी रहेगा। पासवान ने बताया कि आगे पीने के पानी की जांच तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में सभी राजधानियों के पानी की जांच की जाएगी। दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के पानी की जांच की जाएगी। तीसरे चरण में सभी जिलों में पीने के पानी की जांच की जाएगी।
हर घर को स्वच्छ जल अभियान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह हर घर तक साफ पानी पहुंचाने के प्रधानमंत्री मोदी के अभियान की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी ने कहा था कि हम 2024 तक हर घर में साफ पानी पहुंचाएंगे। हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रही है।