मिशाल :हेमंत हुए आत्मनिर्भर दिव्यांगता नहीं बनेगा शिक्षा की राह का रोड़ा
दंतेवाड़ा – जहां चाह होती है वहां राह होती हैं, ऐसा ही कुछ हुआ किरंदुल के वार्ड क्रमांक एक निवासी हेमंत कुमार निषाद के साथ हेमंत कुमार पिता श्री चेतन लाल निषाद बचपन से ही चल पाने में असमर्थ है। परंतु उन्होंने अपने शिक्षा की राह में अपनी अक्षमता को आने नहीं दिया वह किरंदुल में 12वीं पास कर चुका है, और महाविद्यालय में प्रवेश लिया है। परंतु अब महाविद्यालय के घर से दूर होने से उन्हें महाविद्यालय जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। उसके मां-बाप मजदूरी कर उसका भरण पोषण तथा शिक्षा की व्यवस्था करते हैं, तब छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग द्वारा उन्हें सहायक उपकरण योजना के अंतर्गत निशुल्क बैटरी चलित ट्राईसाईकिल प्रदान किया गया। जिससे उन्हें महाविद्यालय आने-जाने में दिक्कत ना हो एवं अपने शिक्षा वे निरंतर जारी रख सके। बैटरी चलित ट्राईसाईकिल मिलने से वह बहुत खुश हो गया और शासन को धन्यवाद दिया।
छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग जनों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और समाज में बेहतर जीवन यापन करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिसमें सहायक उपकरण प्रदाय योजना भी है। जिसके अंतर्गत कलेक्ट्रेट परिसर में हेमंत निषाद को बैटरी चलित ट्राईसाईकिल प्रदान किया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि के रूप में श्रीमती राजेंद्र मृणाल कौर राय समाज सेविका,श्री अभिषेक अग्रवाल संयुक्त कलेक्टर, श्री प्रकाश भारद्वाज डिप्टी कलेक्टर, श्री संतोष टोप्पो उप संचालक समाज कल्याण विभाग, श्री लुकेश वर्मा वरिष्ठ लिपिक समाज कल्याण विभाग एवं समस्त कार्यालयीन कर्मचारी उपस्थित थे।