रहाणे से छूटे कैच, अश्विन भी नाराज
इंदौर
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर हमेशा दबाव रहता है, खासकर जब भारतीय टीम घरेलू मैदान पर खेल रही होती है। अश्विन ने गुरुवार को इंदौर के होलकर स्टेडियम में अच्छा प्रदर्शन किया और इस लंबी कद-काठी के ऑफ स्पिनर ने दो अहम विकेट लिए। उन्होंने बांग्लादेशी टीम के कप्तान मोमिनुल हक और अनुभवी महमूदुल्लाह को पविलियन भेजा।
अश्विन इन परिस्थितियों में भारत के मुख्य स्पिनर और स्ट्राइक गेंदबाज हैं और कई बार टीम की जीत के नायक रहे हैं। हालांकि, यह अक्सर भारत के साथ नहीं होता है जो घर पर तेज गेंदबाजों के लिए मददगार विकेट पर खेलना पसंद करता हो।
रहाणे से नहीं मिला सपॉर्ट
मैच में अश्विन और अधिक विकेट ले सकते थे लेकिन उन्हें मैदान पर, विशेषकर उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे से स्लिप पर अधिक समर्थन नहीं मिला। अश्विन ने दिन के खेल के बाद कहा, 'यह हो सकता है। पिछली बार इसी मैदान पर जब अजिंक्य (रहाणे) स्लिप में खड़े थे, उन्होंने मेरी गेंद पर काफी कैच लपके। आप अजिंक्य से कैच छोड़ने की उम्मीद नहीं करते हैं।'
ऐसे छूटे कैच
मुकाबले में बांग्लादेश की बैटिंग के दौरान भारतीय स्लिप फील्डरों से कुछ बेहद आसान तो कुछ बेहद मुश्किल कैच छूटे। 17वें ओवर में मोमिनुल हक ने अश्विन की बॉल को कट करना चाहा। बॉल स्लिप में खड़े रहाणे के पास तेजी से गई और वह इसे लपकने में नाकाम रहे। तब बांग्लादेशी कप्तान 3 रन बनाकर खेल रहे थे। 24वें ओवर में मुशफिकुर का बेहद आसान कैच उमेश की बॉल पर स्लिप में विराट कोहली से छूट गया। मुशफिकुर भी तब 3 रन बनाकर खेल रहे थे। 28वें ओवर में अश्विन की बॉल पर स्लिप में रहीम का कैच फिर छूटा। इस बार भी फील्डर रहाणे ही थे। तब रहीम के खाते में 14 रन जुड़े थे। 44वें ओवर में अश्विन को महमदुल्लाह का विकेट मिल जाता लेकिन स्लिप में खड़े रहाणे ने आसान दिख रहा कैच टपकाया।
'दूसरी पारी में लेंगे ज्यादा कैच'
अश्विन ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि वह दूसरी पारी में कमाल दिखाएंगे और कई कैच लेंगे।' अश्विन ने अपनी गेंदबाजी में विविधताओं का अच्छी तरह से इस्तेमाल किया और बांग्लादेश के बल्लेबाजों को छकाया। उन्होंने पारंपरिक स्पिन के साथ साइड स्पिन को मिलाया ताकि पेसर्स के लिए भी मदद हो सके।
काफी अच्छी है इंदौर की पिच
यह पूछने पर कि क्या वह पहले दिन की पिच पर गेंद को स्पिन नहीं करने की कोशिश कर रहे थे, अश्विन ने कहा, 'मैंने कुछ अच्छी गेंदें फेंकी जिस पर वह परेशान रहे। आप लोगों ने जितना सोचा था, उतना तो नहीं दिया।' उन्होंने कहा, 'मैं सही से रिदम हासिल करने की कोशिश कर रहा था और जाहिर तौर पर इसमें गति भी ऐड कर रहा था। मुझे लगा कि कई अन्य पिचों की तुलना में विकेट में अधिक उछाल है। यदि आप रांची को देखते हैं, तो यह काफी अच्छी है। भारत में इसके मुकाबले पिचें काफी बेजान हैं।'
पेस तिकड़ी की तारीफ
सभी की तरह, उन्होंने भी इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और उमेश यादव की पेस तिकड़ी की काफी तारीफ की। उन्होंने कहा, 'वे कमाल रहे, खासकर यदि आप पिछले कुछ वर्षों में उमेश को देखते हैं। 2016 के बाद से, जब घरेलू सीजन हुआ, उन्होंने हमेशा शुरुआती सफलताएं दिलाईं। इशांत ने शानदार प्रदर्शन किया और शमी अपने पूरे करियर की सर्वश्रेष्ठ लय में रहे।'
बुमराह को जोड़ें तो सबसे घातक पेस अटैक
33 वर्षीय ऑफ स्पिनर ने कहा, 'हर स्पेल में, जब वे गेंदबाजी करते हैं, तो ऐसा लगता है कि कुछ खास हो रहा है। मेरा मानना है कि शमी, इशांत और उमेश एक तिकड़ी के रूप में अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। यदि आप बुमराह को इसमें जोड़ते हैं, तो यह दुनिया में सबसे घातक पेस अटैक में से एक है।'