कमलनाथ सरकार बनाएगी वहां ‘श्रीराम वन गमन पथ’ कॉरिडोर
भोपाल
अयोध्या मामले पर मोदी सरकार के श्रेय लेने के जवाब में अब एमपी की कमलनाथ सरकार ने प्रदेश में रामपथ कॉरिडोर को विकसित करने का एलान कर दिया है। सॉफ्ट हिंदुत्व छवि को मजबूत करने के लिए कांग्रेस सरकार अब 22 करोड़ रुपए खर्च कर 'श्रीराम वन गमन पथ' कॉरिडोर को तैय़ार करने में जुट गई है। इसके तहत श्राइन बोर्ड कॉम्प्लेक्स, धर्मशालाएं, यात्रियों के लिए पैदल ट्रैक और साइकिल ट्रैक बनाया जाएगा। इसके लिए कमलनाथ सरकार आगामी विधानसभा सत्र में पेश होने वाले सप्लीमेंट्री बजट में राशि का प्रावधान करने की तैयारी में है।
एमपी की कांग्रेस सरकार ने राम के नाम को प्रदेश में बड़ा करने के लिए जो प्लान तैयार किया है उसके तहत रामपथ वन गमन को विकसित किया जाएगा। हालांकि बीजेपी, कांग्रेस सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रही है। यदि वाकई में योजना धरातल पर उतरती है तो न सिर्फ ये देश के करोड़ों रामभक्तों के लिए बड़ा धार्मिक स्थल होगा।
सरकार इसे धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करेगी. कॉरिडोर में धार्मिक और वन पर्यटन की साझेदारी होगी. भगवान राम के वनवास काल वाले चित्रकूट की तस्वीर बदली जाएगी. चित्रकूट में कामदगिरि के दर्शन परिक्रमा को विकसित किया जाएगा. राम पथ कॉरिडोर में चित्रकूट, पन्ना, बधवारा (कटनी), रामघाट (जबलपुर), राम मंदिर तालाब, रामनगर मंडला, शहडोल, डिंडौरी और अमरकंटक को विकसित किया जाएगा.