November 24, 2024

अयोध्या पर फैसला आने के बाद फिर श्रद्धालुओं से गुलजार हुई रामनगरी

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 अयोध्या 
प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या एक बार फिर श्रद्धालुओं से गुलजार हो गई है। मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए देश भर से रामभक्त यहां पहुंचने लगे हैं। राममन्दिर/बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद रामनगरी पहले बड़े धार्मिक आयोजन से रूबरू होगी। 

अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सोमवार को यहां कड़े सुरक्षा प्रबन्धों के बीच सब कुछ सामान्य रहा। सुबह से ही संत-महात्माओं के साथ श्रद्धालु और गृहस्थ सरयू में स्नान के लिए पहुंचने लगे। सरयू तट के घाटों पर भोर से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। सरयू में स्नान के बाद श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला समेत अन्य मन्दिरों में दर्शन-पूजन का दौर शुरू हुआ। प्रमुख मार्गों और गलियों में सुरक्षा घेरा पहले की ही तरह सख्त है। आईडी दिखाये जाने के बाद ही बाहर से आने वाले स्थानीय नागरिकों को रामनगरी में प्रवेश करने दिया गया।
 
पूर्व के वर्षों की तरह लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद कम 
सुबह से ही कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए विभिन्न प्रदेशों और यूपी के कई जिलों से ट्रेनों और बसों के साथ अन्य वाहनों से श्रद्धालुओं का अयोध्या में आगमन शुरू हो गया है। पूर्व के वर्षों की तरह इस बार लाखों की तादात में रामभक्त नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं का जत्थों के रूप में आना जारी है। श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन के बाद होटलों और धर्मशालाओं के साथ गुरु आश्रमों में डेरा डाल दिया है। अब ये सभी श्रद्धालु मंगलवार की सुबह शुभ मुहूर्त में सरयू में परम्परागत रूप से आस्था की डुबकी लगाएंगे। 

प्रमुख मार्गों पर कई नए बैरियर बनाए गए 
श्रद्धालुओं के निरन्तर आगमन के बीच रामनगरी के बाजार और मन्दिरों की ओर जाने वाली गलियां सोमवार को गुलजार रहीं। श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालु कतारबद्ध दिखाई दिए। हनुमानगढ़ी, कनकभवन और नागेश्वर मन्दिर में भी दर्शन के लिए भीड़ देखी गई। इन मन्दिरों के आस-पास प्रसाद व माला-फूल की दुकानों पर भी श्रद्धालु जुटे रहे। उधर कार्तिक पूर्णिमा स्नान के मद्देनजर प्रशासन व पुलिस ने एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींच दिया है। भीड़ जुटने की सम्भावना को देखते हुए प्रमुख मार्गों पर कई नए स्थानों पर बैरियर लगा दिए गए हैं। इनके माध्यम से मन्दिरों में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को नियंत्रित किया जाएगा।

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