अयोध्या मामले से जुड़े धर्माचार्यों व पक्षकारों समेत 59 लोगों की सुरक्षा बढ़ी
लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार रात गहन समीक्षा के बाद अयोध्या प्रकरण से जुड़े पक्षकारों और धर्माचार्यों समेत 59 लोगों की सुरक्षा व्यवस्था में तब्दीली की है। इनमें कई प्रमुख लोगों की सुरक्षा श्रेणी बढ़ा दी गई है। कुछ की सुरक्षा बरकरार रखी गई है और कुछ लोगों की सुरक्षा में कटौती भी की गई है।
जिन लोगों की सुरक्षा बढ़ाई गई है, उनमें उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी और उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारूकी के अलावा कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा और नंद गोपाल नंदी भी शामिल हैं। वसीम रिजवी और जुफर फारूकी को अब वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है,उन्हें पहले सामान्य श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी।
कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को पहले वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त थी। खुफिया इनपुट के आधार पर उनकी सुरक्षा को बढ़ाकर जेड प्लस कर दिया गया है। इसी तरह कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' की सुरक्षा बढ़ाकर जेड श्रेणी की कर दी गई है। भाजपा विधायक संगीत सोम को भी वाई श्रेणी से बढ़ाकर जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय व नरेश अग्रवाल को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
इनकी सुरक्षा बरकरार
अयोध्या विवाद में बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी और रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य एवं पूर्व सांसद डॉ. राम विलास दास वेदांती की सुरक्षा बरकरार रखी गई है।
मध्यस्थता करने वाले सदस्यों की सुरक्षा हटी
सूत्रों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या विवाद पर मध्यस्थता के लिए नियुक्त कमेटी के तीन सदस्यों श्रीश्री रविशंकर, कलीफुल्लाह और श्रीराम पंचू को दी गई सुरक्षा अब हटा ली गई है।