शिकार के लिए ग्रामीणों ने छोड़ा तार में करंट, चपेट में आने से सीआरपीएफ जवान झुलसा
दंतेवाड़
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सोमवार सुबह सर्चिंग के लिए निकला जवान करंट की चपेट में आकर झुलस गया। बताया जा रहा है कि जंगली सुअरोें के शिकार के लिए वहां बिजली के तार बिछाए गए थे। घायल जवान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत खतरे बाहर है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बिजली के तार ग्रामीणों ने लगाए थे या फिर नक्सलियों ने कोई साजिश रची थी। फिलहाल अरनपुर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मेन लाइन से जोड़कर जमीन में लगाया गया था बाइंडिंग तार
सीआरपीएफ का नया कैंप खोला जा रहा है। इस कैंप की शुरुआत सोमवार से होगी। इसी कैंप की सुरक्षा को लेकर सीआरपीएफ 111 बटालियन के समेली कैंप से जवान सर्चिंग के लिए निकले थे। अरबे की पहाड़ी पर एक जवान रवि सिंह कुशवाहा करंट की लिए लगाए गए तार की चपेट में आ गया। इसके चलते उसके हाथ और पैर बुरी तरह से झुलस गए। फिलहाल अस्पताल में भर्ती जवान की हालत स्थिर और खतरे से बाहर है।
बताया जा रहा है कि जंगली सुअर धान की फसल को चरने के लिए आ जाते हैं। इसे देखते हुए जंगली सुअरों से बचने के लिए ग्रामीण ठेकेदारी में इस्तेमाल किए जाने वाले बाइंडिंग तार जमीन में एक-डेढ़ फीट अंदर मेंन लाइन से जोड़ कर लगा देते हैं। इसके चलते जमीन में करंट फैल जाता है। इस करंट के चलते पहले भी ग्रामीणों की जान जा चुकी है। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि तार ग्रामीणों ने लगाए थे या फिर नक्सलियों ने। यह इलाका पूरी तरह से धुर नक्सल प्रभावित है।