पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे की सूचना पर दौड़ी पुलिस
मुरसान हाथरस
हाथरस के मुरसान के गांव जैतपुर रविवार को जश्ने विलादत का जुलूस के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे की सूचना के बाद खलबली मच गई। अधिकारियों ने जांच पड़ताल की तो वहां ऐसा कुछ नहीं निकला। बिना अनुमति के गांव के लोग माइक लेकर जुलूस निकाल रहे थे। उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया गया।
रविवार को जिले भर में जश्न के विलादत का जुलूस निकल रहा था। लोग जगह-जगह जश्न मना रहे थे। मुरसान क्षेत्र के गांव जैतपुर में भी मुस्लिम समाज के लोगों ने एक रिक्शे में माइक लगाकर जुलूस निकाला। जुलूस में करीब गांव के 40-50 लोग शामिल थे। तभी एक व्यक्ति ने 100 डायल पर फोन करके सूचना दी कि गांव में कुछ लोग पाकिस्तान के झंडे अपने हाथों में लेकर जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं।
जैसे ही पुलिस को सूचना मिली तो अफरा-तफरी मच गई। तुरंत डायल 100 की गाड़ी पहुंच गई। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर मुरसान पहुंच गए। उन्होंने अपने आला अधिकारियों को फोन पर सूचना दी तो सीओ सादाबाद योगेश कुमार, एसडीएम सदर पहुंच गए। बाद में एडीएम जेपी सिंह व एएसपी सिद्धार्थ वर्मा पहुंच गए। उन्होंने गांव के तमाम लोगों से इस मामले की जानकारी की तो कहीं से ऐसी पुष्टि नहीं हुई कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे थे। न ही लोगों के हाथों में कोई झंडा था। फिर भी पुलिस ने फोन करने वाले सहित कुल पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। रिक्शा व माइक दोनों को पुलिस कोतवाली ले आयी। पूछताछ में फोन करने वाले ने ही कहा कि उसे जानकारी नहीं थी। इसलिए उसने गलत सूचना दे दी थी। लिहाजा जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने सभी को छोड़ दिया।
एक ग्रामीण ने गलत सूचना देकर अफवाह फैला दी थी। मैं खुद मौके पर पहुंचा था। फोन करने वाले की शिकायत पूरी तरह से झूठी निकली। कहीं कोई पाकिस्तान जिंदाबाद जैसे नारों की बात सामने नहीं आयी है। -सिद्धार्थ वर्मा, एएसपी