फैसले पर बोले योगी- खत्म हुआ भगवान राम का वनवास, अयोध्या को फिर मिला वैभव
नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद मामले में 40 दिन चली सुनवाई के बाद आज शनिवार को अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर बनेगा. जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ की अलग से जमीन दी जाए, जिस पर वो मस्जिद बना सकें. राम मंदिर निर्माण के लिए कोर्ट ने केंद्र सरकार को तीन महीने के अंदर ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने यह फैसला सर्वसम्मति से सुनाया.
हमारे मुताबिक नहीं लेकिन सर्वोच्च है फैसला: मदनी
जमात-ए-उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलान सैयद अरशद मदनी ने अयोध्या पर आए कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम समुदाय और देशवासियों से शांति-सौहार्द कायम रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस फैसले को किसी की हार-जीत से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए और उन्होंने कहा कि यह हमारी आशाओं के मुताबिक नहीं है लेकिन सुप्रीम कोर्ट का फैसला सर्वोपरि है.
फिर बिखरेगी अयोध्या की चमक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि देश के सबसे पुराने मामले में फैसला देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करता हूं. उन्होंने कहा कि यह फैसला हमारी संप्रभुता और सौहार्द की मिसाल है. योगी ने कहा कि इस फैसले से एक भारत, श्रेष्ठ भारत का विशाल संदेश जाएगा. उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा से अयोध्या की उपेक्षा होते देखी है, मानो भगवान राम के लिए कोई वनवास हो, अब अयोध्या को फिर से पुराना वैभव हासिल हुआ है. इसकी चमक पूरी दुनिया में बिखरने जा रही है.
आडवाणी ने किया फैसले का स्वागत
पूर्व गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि अब अयोध्या में राम मंदिर बनने जा रहा है. उन्होंने मुस्लिम पक्ष को मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन देने के फैसले का भी स्वागत किया है. आडवाणी ने कहा कि समाज के विकास के लिए सभी को साथ रहने की जरूरत है. आडवाणी ने राम मंदिर आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए भगवान का शुक्रिया भी अदा किया है और कहा कि आजादी के बाद यह देश का सबसे बड़ा आंदोलन था जिसका नतीजा आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले से आया है.