प्रदूषण के बढ़ते प्रकोप के चलते सात दिन में बिके 28 हजार मास्क
लखनऊ
पिछले एक हफ्ते में अलग-अलग मेडिकल स्टोर से 28 हजार से ज्यादा मास्क खरीदे गए हैं। कोई खुद के लिए तो कोई अपने बच्चों के लिए मास्क खरीद रहा है, ताकि वे प्रदूषण से सुरक्षित रहें। रोजाना चार हजार से ज्यादा मास्क की बिक्री हो रही है।
प्रदूषण के बढ़ते प्रकोप से मास्क, इनहेलर और नॉजल ड्रॉप की मांग बढ़ गई है। प्रदूषण के खतरों को भांपते हुए मरीज ही नहीं बल्कि सेहतमंद लोगों ने मास्क लगाने शुरू कर दिए हैं। प्रदूषण से सांस लेने में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। लोग आंखों में जलन, गले में खराश की चपेट में आ रहे हैं। इन दुश्वारियों से बचने के लिए लोग सुरक्षा के उपाए अपना रहे हैं।
डेढ़ हजार अधिक मास्क की खपत
लखनऊ कैमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी ने बताया कि राजधानी में करीब चार हजार फुटकर व 2500 थोक दवा की दुकानें हैं। सामान्य दिनों में करीब 2500 मास्क की बिक्री हो रही थीं। मौसम में तब्दीली व प्रदूषण से मास्क की बिक्री का आंकड़ा करीब 4000 पहुंच गया है। होल सेल लखनऊ कैमिस्ट एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी मयंक रस्तोगी के मुताबिक कपड़े व फेस मास्क की बिक्री बढ़ी है। सांस व स्वाइन फ्लू के मरीज एन 95 मास्क खरीद रहे हैं। इनहलेर की मांग करीब पांच प्रतिशत बढ़ी है।
यहां मास्क नदारद
सरकारी अस्पतालों में मरीजों को सांस के खतरों से बचाने के लिए संसाधन नाकाफी हैं। भर्ती मरीजों के लिए अस्पतालों में मास्क का संकट है। तीमारदार बाहर से मास्क खरीदने को मजबूर हैं। यही हाल इन्हेलर व नॉजल ड्रॉप का है। सीएचसी और पीएचसी में इन्हेलर और एलर्जी तक की दवाओं नहीं मिल पा रही हैं।
मास्क की कीमत
30 से 40 रुपये कपड़े का मास्क
5 से 10 रुपये फेस मास्क
एन-95 मास्क 150 से 180 रुपये
वायु प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। सांस संबंधित बीमारी और तनाव जनित हृदय रोग होने की संभावना बढ़ गई है। फेफड़े में प्रदूषण के कण पैबस्त हो रहे हैं। वह आसानी से बाहर नहीं आते। लिहाजा एहतियात बरतें। -डॉ. पीके गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष, आईएमए