खामोशी के साथ बीजेपी इस रणनीति पर कर रही काम, बस 2 दिन का इंतजार
मुंबई
महाराष्ट्र में किसकी सरकार बनेगी ये अब तक साफ नहीं हो पाया है. भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच जुबानी जंग जारी है. इस बीच बीजेपी की नई रणनीति सामने आई है. बातचीत शुरू करने के लिए बीजेपी फिलहाल शिवसेना की ओर देख रही है. वह इसके लिए शिवसेना का इंतजार करेगी. पार्टी को उम्मीद है कि 4 और 5 नवंबर के बाद शिवसेना फिर से बातचीत शुरू करेगी, क्योंकि तब तक कांग्रेस और एनसीपी भी अपना रुख साफ कर चुकी होंगी.
बता दें कि 4 नवंबर यानी सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच मुलाकात होगी. माना जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद ही दोनों पार्टियां शिवसेना को लेकर अपना रुख साफ करेंगी. सोनिया गांधी और शरद पवार की मुलाकात से पहले मुंबई में एनसीपी मुख्यालय में एनसीपी नेताओं की बैठक हुई.
शिवसेना और एनसीपी में पक रही खिचड़ी
बीजेपी ने फिलहाल अपनी रणनीति तो बना ली है, लेकिन इस बीच शिवसेना और एनसीपी के बीच भी खिचड़ी पक रही है. शिवसेना नेता संजय राउत का ताजा बयान बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकता है. उन्होंने महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा किया है. राउत ने कहा कि हमारे पास बहुमत का आंकड़ा है. अभी हमारे पास 170 विधायकों का समर्थन है, जो 175 तक पहुंच सकता है.
बता दें, शिवसेना के 56 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 44 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के पास 54 विधायक हैं, वहीं, निर्दलीय विधायकों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा है. अगर ये सभी पार्टियां एकसाथ आती हैं तो ये आंकड़ा 170 के करीब पहुंचता है.
एनसीपी बोली- मुमकिन है
वहीं एनसीपी भी शिवसेना के बयान के समर्थन में उतर आई है. एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि अगर शिवसेना कहती है कि उनका मुख्यमंत्री बनेगा तो यह बिल्कुल मुमकिन है. शिवसेना अपनी भूमिका एकदम स्पष्ठ करे. हम भी अपनी भूमिका बता देंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल जनता ने हमें विपक्ष में बैठने के लिए चुना है और हम उसके लिए तैयार हैं.