सुनिये दमन सिंह जी क्या कह रहे हैं? : कांग्रेस
रायपुर/02 नवंबर 2019। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अपने कार्यकाल में तरह तरह के दमन के बाद दमन सिंह के नाम से विख्यात हो चुके रमन सिंह को अब वो सब याद आ रहा है जिस पर वे 15 वर्षों में नियंत्रण नहीं कर पाए। उन्होंने कहा है कि रमन सिंह के कार्यकाल में सामाजिक कार्यकर्ताओं से लेकर पत्रकार और अधिकारियों से लेकर विपक्षी दल के नेता सभी प्रताड़ना के शिकार हुए। उन्होंने दमन के वे सारे तरीके अपनाए जो लोकतंत्र में मान्य नहीं होते ।
रमन सिंह जी के सरकार में अधिकारी तक एक दूसरे को फोन करने में डरते थे और अक्सर व्हाट्सऐप, सिग्नल जैसे ऐप का उपयोग करते थे। सोमारू नाग और संतोष यादव जैसे पत्रकार रमन सिंह सरकार में फोन टैपिंग के आधार पर ही गिरफ्तार किए गये थे। नंदिनी सुंदर से लेकर मालिनी सुब्रमण्यम जैसे लोगों को कैसे प्रताड़ित किया गया यह किसी से छिपा नहीं है। माकपा के प्रदेश सचिव संजय पराते से लेकर कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को किस तरह झूठे मामलों में फंसाने की कोशिशें हुईं यह जनता ने देखा है।
रमन सिंह जी के सरकार में पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, शासकीय अधिकारी और विपक्षी नेता, कोई फोन टेपिंग से नहीं बचा पाया था। अब तो व्हाट्सएप जासूसी पर नया खुलासा हो गया है। भाजपा की सरकारों में 1400 लोग के फोन टेप किये गये। रमन सिंह का नाम ही दमन सिंह हो गया था। राज्य सरकार पर डॉ. रमन सिंह की सरकार में जो दमन चक्र चलता था लोग रमन सिंह को दमन सिंह कहने लगे थे।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सिंह को जनहित में काम कर रही भूपेश बघेल सरकार पर झूठे आरोप मढ़ने से पहले अपने गरेबान में झांक कर देख लेना चाहिए, झीरम का हत्या कांड रमन सिंह जी की सरकार में हुआ। कांग्रेस भवन बिलासपुर के अंदर घुसकर कांग्रेस कार्यकर्ता पर लाठीचार्ज रमन सिंह जी के सरकार में हुआ। होम टिंपिग और पत्रकारिता जगत के जिस प्रकार से रमन सिंह जी ने अपने मुख्यमंत्रीत्व के काल में निशाने में लिया था आज भी छत्तीसगढ़ पूरा याद करता है। इसी कारण रमन सिंह जी को सत्ता से हटना पड़ा और कांग्रेस को तीन चौथाई से जनता ने बहुमत से चुना है। डॉ. रमन सिंह जी के ऐसे झूठे निराधार आरोपो से न हकीकत बदलने वाली है और न ही राज्य की राजनैतिक परिस्थिति बदलेगी।
धान खरीदी में बहानेबाजी के रमन सिंह जी के आरोपों को खारिज करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मोदी सरकार ने रमन सिंह जी के सरकार को 2 वर्ष तक छूट दी गयी थी। धान खरीदी में बोनस देने के बावजूद सेंट्रल पूल में मोदी सरकार ने चावल खरीदी की थी। लेकिन कांग्रेस सरकार बनते ही सेंट्रल पूल में चावल की खरीदी बंद कर दी गयी है। यह सीधे-सीधे केन्द्र की मोदी सरकार का छत्तीसगढ़ विरोधी कदम है और भाजपा के किसान विरोधी चरित्र का जीता-जागता सबूत है। डॉ. रमन सिंह जी कितने भी बहाना बना लें, भाजपा के किसान विरोधी रवैय्ये का वो बचाव नही कर सकते। छत्तीसगढ़ की जनता के बीच और किसानों के बीच भाजपा के चरित्र उजागर हो गया है।
रमन सिंह द्वारा विपक्ष को आमंत्रित नहीं करने के आरोपों पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि रमन सिंह जी बतायें कि उनकी सरकार में विपक्षी नेताओं को, वर्तमान मुख्यमंत्री और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को कैसे बुलाया जाता था? जमीन की नाप कितनी बार रमन सिंह जी ने करवाई। चतुर्थ श्रेणी के पद जीरम घाटी के शहीद कांग्रेस नेताओं के परिजनों को ऑफर करने वाले रमन सिंह जी बड़े बोल न बोले तो बेहतर होगा।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि विधायक मुख्यमंत्री का चुनाव करते है, सांसद प्रधानमंत्री का चुनाव करते है। प्रधानमंत्री मोदी 2 बार प्रधानमंत्री चुने गये है तो लोकसभा सदस्यों के द्वारा चुने गये है। रमन सिंह जी को पार्षदो के द्वारा महापौर और नगर पालिका अध्यक्ष चुने जाने में क्या अपत्ति है और उस आपत्ति का क्या कारण है यह रमन सिंह जी बताये और जिस तरीके से रमन सिंह जी के शासनकाल में नगर पालिका अध्यक्षों, महापौर के नगर पंचायत के अध्यक्षों के वित्तीय अधिकार छीने गये थे। हस्ताक्षर करने का अधिकार छीन लिया गया था। सीआर लिखने का अधिकार छीन लिया गया था। रमन सिंह जी ने अपने शासनकाल में नगरीय निकाय संस्थाओं को कमजोर बनाने का काम किया आज रमन सिंह जी उन्हीं नगरीय निकाय चुनाव को लेकर दुहाई दे रहे है। और जो कुछ हुआ है वह तो प्रावधानों में था। बस विकल्प बदला गया है। रमन सिंह जी को जनता को समझाना चाहिए कि इसमें लोकतंत्र का नुक़सान कैसे हो गया?
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि डॉ. रमन सिंह जी पहले ये तो बतायें शराब की सरकारी बिक्री उन्होंने क्यों शुरू कराई थी? हमारी सरकार ने तो केवल शराब बंदी होते तक रमन सिंह जी के नीति को अभी जारी रखा है। कांग्रेस सरकार तो शराबबंदी करने जा रही है। जिन रमन सिंह जी ने तो शराब की बिक्री मिलने वाले राजस्व को 400 करोड़ से बढ़ाकर 12 गुना कर दिया, ऐसे रमन सिंह जी शराबबंदी को लेकर कांग्रेस सरकार को उपदेश न दे तो ज्यादा बेहतर होगा।
सरदार पटेल के बारे में रमन सिंह जी के द्वारा संघ समर्थक होने के दावों को झुठलाते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सरदार पटेल ने ही महात्मा गांधी की हत्या के बाद आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था।
1,65,000 लोगों की मुकदमें वापस लेने के रमन सिंह जी के दावे पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सिंह जी उन 1,65, 000 लोगों की सूची जारी करें। रमन सिंह जी यह भी बतायें कि इस सूची में बस्तर के कितने आदिवासी थे? रमन सिंह जी यह भी बतायें कि कितने आदिवासियों पर रमन सिंह सरकार ने झूठे मुकदमें चलाये, क्योंकि हमारे पास वे आंकड़े मौजूद हैं जिसमें अदालत ने 12000 गिरफ़्तार लोगों में से सिर्फ़ तीन लोगों को दोषी पाया था।
पहले अटल जी के अपमान के लिये भाजपा नेता माफी मांगे फिर कांग्रेस पर आरोप लगाये
भाजपा द्वारा अटल जी के नाम न लिये जाने के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अटल बिहारी बाजपेयी जी के अस्थि कलश भाजपा कार्यालय में लाकर जिस स्थिति में रखे गये थे उसे सब ने देखा था। भारतीय जनता पार्टी के सरकार में मंत्री रहे लोग अटल जी की श्रद्धाजंलि सभा में जैसे हस रहे थे, खिलखिला रहे थे, रमन सिंह जी जिस प्रकार से हस रहे थे उसको सबने देखा। अटल बिहारी बाजपेयी जी के बारे में रमन सिंह जी के मन और भाजपा नेताओं के मन में कितना आदर है ये छत्तीसगढ़ की जनता बखूबी जानती है और समझती है। रमन सिंह जी की सरकार में तो शुरू राज्योत्सव के समय अटल बिहारी बाजपेयी की फोटो नहीं लगाई गयी थे और समाचार माध्यमों इस पर टीका-टिप्पणी भी हुई थी। वे अटल जी की भतीजी करूणा शुक्ला को टिकट से वंचित करने वाली रमन सिंह जी आत्म प्रशंसा न करे तो बेहतर होगा।