बीजेपी से कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी का 2 महीने में ही भंग हुआ मोह!
कोलकाता
कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर पहुंच कर सबको चौंका दिया. हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए चटर्जी ‘भाई फोंटा’ (भाई दूज) के दिन मुख्यमंत्री के आवास पहुंचे. चटर्जी के इस कदम से उनकी दोबारा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में संभावित वापसी को लेकर कयास लगाए जाने लगे हैं. मुकुल रॉय के बाद बीजेपी का दामन थामने वाले टीएमसी नेताओं में चटर्जी को सबसे कद्दावर नेता माना जाता है. चटर्जी को इसी साल अगस्त में दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी में शामिल किया गया था. लेकिन चार बार सांसद रह चुके चटर्जी को बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व से जिस तरह से ठंडी प्रतिक्रिया मिली, उसको लेकर वह खुश नहीं चल रहे थे.
सूत्रों ने बताया कि चटर्जी समझते हैं कि उन्हें पार्टी (बीजेपी) में हाशिए पर रखा गया और जब से वह इससे जुड़े, उन्हें कोई अहम जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई. सूत्र बताते हैं कि चटर्जी की निकट सहयोगी बैसाखी चटर्जी ने हाल में पश्चिम बंगाल में शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ मुलाकात की. इसी मुलाकात के बाद चटर्जी के टीएमसी में वापसी की अटकलों को हवा मिली. चटर्जी दो महीने पहले ही 14 अगस्त को बीजेपी में शामिल हुए थे.
बीजेपी में शामिल होने से पहले चटर्जी टीएमसी में लो प्रोफाइल में चल रहे थे. पिछले साल नवंबर में चटर्जी को कोलकाता का मेयर पद छोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से कहा गया. इस साल के शुरुआती महीनों में मुख्यमंत्री ने चटर्जी को पार्टी में दोबारा सक्रिय करने के लिए कोशिश की थी लेकिन चटर्जी ने तब खुद को अलग-थलग बनाए रखा था. चटर्जी पश्चिम बंगाल में पूर्व में मंत्री भी रह चुके हैं.