दंतेवाड़ा-जशपुर जिलों को राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार के लिए चयनित होने पर,मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दी बधाई
रायपुर जिले की ग्राम पंचायत टेमरी को भी मुख्यमंत्री ने दी बधाई
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आठ सितम्बर को उप राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित
दंतेवाड़ा जिला जेल अब शत-प्रतिशत साक्षर
जोगी एक्सप्रेस
रायपुर,छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के दो आदिवासी बहुल जिलों – दंतेवाड़ा और जशपुर को राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार के लिए चयनित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने इन दिनों जिलों की जनता, वहां के जनप्रतिनिधियों, प्रशासन और साक्षरता अभियान से जुड़े अधिकारियों अक्षर सैनिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। डॉ. सिंह ने कहा है कि यह हम सबके लिए गर्व की बात है कि कल 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल दोनों जिलों को नई दिल्ली में आयोजित समारोह मंेे उप राष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू साक्षर भारत राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचलों में साक्षरता और शिक्षा के प्रति जनता में आ रही जागरूकता का परिचायक है। डॉ. सिंह ने रायपुर जिले की ग्राम पंचायत टेमरी को भी इस अवसर पर राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार घोषित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वहां के ग्रामीणों को बधाई दी है।
उल्लेखनीय है कि नक्सल हिंसा पीड़ित दंतेवाड़ा जिले में साक्षर भारत अभियान के तहत सर्वेक्षित 80 हजार 208 लोगांे में से 78 हजार से ज्यादा लोग साक्षर हो चुके हैं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि दंतेवाड़ा जिला जेल के सभी 732 कैदी भी इस अभियान से जुड़कर पूर्ण साक्षर हो चुके हैं और दंतेवाड़ा जिला शत-प्रतिशत साक्षर जेल की श्रेणी में शामिल हो गया है। जिला प्रशासन ने दंतेवाड़ा जिले के लौह अयस्क खदान क्षेत्र किरदंुल में औद्योगिक श्रमिकों के बीच भी साक्षरता अभियान चलाया। जिले में डिजिटल साक्षरता पर भी विशेष रूप से बल दिया जा रहा है। बहुत जल्द वहां के सभी 78 हजार से ज्यादा नव साक्षरों के नाम और उनके फोटो तथा निवास के पते वेबसाईट पर पब्लिक डोमेन में प्रदर्शित कर दिए जाएंगे। इस जिले में आखर झापी के माध्यम से लोगों को डिजिटल साक्षर बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। जशपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री दीपक सोनी ने बताया कि मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना के तहत नव साक्षरों को कौशल प्रशिक्षण से जोड़कर रोजगार दिलाने और जिले में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने पर जशपुर जिले को राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार के लिए चुना गया है।