फर्जी डिग्री देने वाला डायरेक्टर ग्वालरे गिरफ्तार
रायपुर
सिविल लाईन पुलिस ने इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज पंडरी के संचालक शैलेंद्र कुमार ग्वालरे को फर्जी डिग्री बांटने के मामले में बुधवार को गिरफ्तार किया। ग्वालरे के कब्जे से नगदी 40 हजार रुपये, एक हीरो होंडा, 11 मोबाइल फोन और कई फर्जी सर्टिफिकेट जब्त किए गए हैं.
सिविल लाइंस पुलिस ने मीडिया के समक्ष आरोपी को प्रस्तुत करते हुए बताया कि ग्वालरे ने पंडरी में खेले गए कार्यालय से कई युवकों को बीएएमएस, बी फार्मा, एमबीबीएस सहित कई डिग्रियां 40 से 45 हजार में सौदा कर उन्हें बांट दिया। कितने लोगों को फर्जी डिग्री बांटी गई इसकी पूछताछ अभी जारी है। सिविल पुलिस ने बताया कि आरोपी ने 2013 में पंडरी स्थित इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज के नाम से कार्यालय खोला और कुछ दिनों बाद उसे बंद दिया या। मध्यप्रदेश के भानपुर जिला डिण्डौरी में रहने वाले जनकदास ने सिविल लाईन थाने में मामला दर्ज कराया था, जिसके तहत आरोपी की तलाश की जा रही थी। जननकदास ने बताया कि वह पेंटिंग का कार्य करता है और साइंस विषय लेकर 12 वीं तक पढ़ा की गई है। पंडरी रायपुर स्थित इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज शिक्षण संस्थान द्वारा डिग्री मिलने की जानकारी मिलने पर वहां पहुंचकर डायरेक्टर शैलेन्द्र ग्वालरे से मिला। ग्वालरे ने कहा कि 60,000 रूपया लेकर डिग्री देने की बात कही. इसके बाद 6 अक्टूबर 2019 घड़ी चौक में शैलेन्द्र ग्वारले ने 40,000 रुपए लेकर उसे डिग्री दे दी। जनकदास को जब पता चला कि ग्वारले ने जो डिग्री दी है वह फर्जी है।
पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी और बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने कई बेरोजगारों को अपने झांसे में लेकर उन्हें फर्जी डिग्री देकर पैसे ऐंठे होंगे। आरोपी के कब्जे से नगदी 40 हजार रुपये, एक हीरो होंडा,11 मोबाइल फोन और कई फर्जी सर्टिफिकेट जब्त किए गए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 617/19 धारा 420 भादवि. के तहत मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है।