भाजपा में इस्तीफा मांगने व देने की नहीं है परम्परा : जोगी
jogi express
रायपुर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने हरियाणा में भढ़की हिंसा एवं सम्पत्ति की तबाही पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस भयावह हादसे में 38 लोगों की अकाल मौत तथा करोड़ो व अरबों की सम्पत्ति खाक में तब्दील हो गई फिर भी भाजपा के कान पर जूॅ तक नहीं रेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा संघ प्रमुख मोहन भागवत घटना क्रम के समय मूक दर्शक बने रहे। इस खतरनाक घटना क्रम के बावजूद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर सुरक्षित है इसका कारण केवल भाजपा एवं संघ परिवार ही बता सकती है। दोनो में से किसी एक ने भी सम्पूर्ण घटना के दोषी दलीय पदाधिकारीयों को पद से हटाना तो दूर झूठे मुंह इस्तीफा पेश करने तक नहीं कहा क्योंकि भाजपा शासित राज्यों में ऐसे कई जघन्य एवं अप्रत्याशित कांड होने के बाद भी किसी भी प्रदेश के मुख्यमंत्री या विभागीय मंत्रियों से न तो इस्तीफा मांगा गया और न ही संबंधित विभाग के दायित्व से हटाया गया क्योंकि भाजपा बड़ी मुश्किल एवं कई तरह के जतन कर साम,दाम, दण्ड, भेद का सराहा लेकर सत्ता तक पहुंची है।
जोगी ने स्मरण दिलाया है कि मध्यप्रदेश के व्यापम घोटाले जैसे जघन्य काण्ड ने 47 लोगो की जान लेली तथा छत्तीसगढ़ में नक्सली वारदातों में भाजपा शासनकाल मे सैकड़ो आदिवासी, सुरक्षाबल के सैनिक तथा पुलिस की शहादत को भी भाजपा ने नजरअंदाज कर दिया। वर्तमान मे छत्तीसगढ़ में लगभग 1000 से अधिक भूख प्यास से तड़पती गौमाताओं की हत्याओं से भी भाजपा प्रशासन द्रवित नहीं हुआ तथा दोनो प्रदेश के मुख्यमंत्री भाजपाई संगठनात्मक हठ एवं बदनियती के तहत पदो से चिपके बैठे हैं।
जोगी ने केन्द्र सरकार एवं भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश एवं आदेश को खटटर सरकार ने अनसुना करने की जो हिमाकत एवं मिसाल पेश की है वैसा देश की आजादी के बाद के इतिहास में कभी नहीं हुआ। आम चर्चा है कि माननीय संबंधित उच्च न्यायालय को इस अवमानना पर संज्ञान लेकर समुचित वैधानिक कदम उठाना चाहिए।