दोहा में निराशाजनक प्रदर्शन के लिए दुती चंद ने गर्मी को ठहराया जिम्मेदार, बोली- अब ओलिंपिक पर ध्यान
नई दिल्ली
रांची में 200 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल करने और अपना ही रेकॉर्ड तोड़ने के बाद फर्राटेदार धाविका दुती चंद की निगाहें तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाइ करने पर है। रांची में सेमीफाइनल के दौरान दुती चंद ने 11.22 सेकंड में 100 मीटर की दौड़ पूरी की हालांकि ओलिंपिक क्वालिफिकेशन मार्क 11.15 है। हालांकि दोहा में विश्व ऐथलेटिक्स चैंपियनशिप में 100 मीटर के हीट-3 में वह सातवें स्थान पर थीं और वह सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाइ नहीं कर पाई थीं। इसमे उन्होंने 11.48 सेकंड का समय निकाला। दुती चंद ने अपने प्रदर्शन के लिए गर्मी को जिम्मेदार ठहराया है। अब 2019 में ओलिंपिक क्वालिफाइ के लिए कोई टूर्नमेंट नहीं बचा है। इसलिए दुती को अब 2020 के किसी टूर्नमेंट के लिए जमकर तैयारी करने हीगी। तोक्यो 2020 ओलिंपक जुलाई में शुरू होगा। ओडिशा की ऐथलीट ने कहा, 'रांची नैशनल्स में अपने 100 मीटर के रेकॉर्ड को लेकर खुश हूं। मैंने अपना नैशनल रेकॉर्ड तोड़ दिया है। मैंने सच में बहुत मेहनत की है। मेरा टारगेट 11.15 सेकंड का है जो कि ओलिंपिक का क्वालिफिकेशन मार्क है।'
दुती ने कहा, 'यह मामला कुछ माइक्रो सेकंड का होता है। ओलिंपिक में अभी 9-10 महीने बाकी हैं। इसलिए मेरा पूरा ध्यान तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाइ करने पर है। यह लक्ष्य हासिल करने के लिए मुझे वाकई में बहुत मेहनत करनी होगी। यह साल खत्म होने वाला है इसलिए मैं अगले साल के इंटरनैशनल कैलेंडर का वेट कर रही हूं।' दूसरे कई ऐथलीट्स की तरह दुती को भी लगता है कि दोहा में गर्मी की वजह से उनकी टाइमिंग पर फर्क पड़ा। उन्होंने कहा, 'दोहा में विश्व चैंपियनशिप के लिए मेरी अच्छी तैयारी थी। लेकिन ज्यादा गर्मी की वजह से प्रदर्शन अच्छ नहीं रहा। मैंने रांची में अच्छा किया।' स्प्रिंटर ने ऐथलेटिक्स से संन्यास लेने के बाद राजनीति में जाने की भी इच्छा जताई।
राजनीति में जाने की जताई इच्छा
उन्होंने कहा, 'मैं लोगों की सेवा करना चाहती हूं। हालांकि स्पोर्ट्स से भी मैं देश कीसेवा कर रही हूं। बाद में राजनीति में जाऊंगी। मैं अभी युवा हूं। फिलहाल में प्रतिस्पर्धाओं पर ध्यान दे रही हूं लेकिन रिटायर होने के बाद मेरा यही प्लान है।'