बालाकोट में ट्रेनिंग ले रहे हैं 50 कुख्यात आतंकी, सुरक्षा बलों को निशाना बनाने को कुछ घाटी भी पहुंचे: भारत को दहलाने की साजिश
नई दिल्ली
पाकिस्तान के जिस बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकाने को भारतीय वायुसेना ने नेस्तनाबूत किया था, अब वहां फिर से आतंकवादी ट्रेनिंग दी जा रही है। हिन्दुस्तान टाइम्स ने सबसे पहले यह खबर दी थी कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने बालाकोट स्थित अपने उस आतंकी ठिकाने को फिर से जिंदा कर लिया है, जहां करीब आठ महीने पहले भारतीय वायुसेना ने बालाकोट एयरस्ट्राइक कर आतंकी कैंप को तबाह कर दिया था। अब समाचार एजेंसी एएनआई ने भी इंटेलीजेंस इनपुट के हवाले से इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान के बालाकोट में करीब 45-50 हार्डकोर आतकियों और आत्मघाती हमलावरों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
समचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सरकार के टॉप सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर में आत्मघाती हमलावरों समेत 45-50 कुख्यात आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इनमें कुछ सुसाइड बॉम्बर भी शामिल हैं। बता दें कि इसी साल फरवरी में भारतीय वायुसेना के एयरस्ट्राइक के बाद इस शिविर को छह महीने के लिए बंद कर दिया गया था।
भारतीय खुफिया एजेंसियां इस प्रशिक्षण शिविर पर लगातार नजरें रख रही हैं। इसमें तकनीक के जरिये निगरानी शामिल है। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो बालाकोट में प्रशिक्षण हासिल कर चुके कुछ आतंकवादियों को भारतीय सुरक्षा कैंपों को निशाना बनाने के लिए कश्मीर भी भेजा जा चुका है।
पिछले महीने सेना प्रमुख जेनरल बिपिन रावत ने भी इस बात का खुलासा किया था कि पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी कैंप फिर से सक्रिय हो गया है और वहां आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानें ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंप पर बमबारी की थी और कैंप को तबाह कर दिया था। हालांकि, पाकिस्तान इससे इनकार करता रहा है। मगर भारत सरकार ने इसके सबूत भी दिए। दरअसल, 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला कर दिया था, जिसमें करीब 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। इसी के जवाब में भारत ने एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन जैश की कमर तोड़ी थी। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई।