समेकित विकास के लिए रूर्बन गांव में शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार के हर सेक्टर पर काम करना होगा- तूलिका
जोगी एक्सप्रेस
नसरीन अशरफ़ी
बैकुंठपुर – रूर्बन गांवों को सर्व-सुविधायुक्त बनाने के लिए हमे मूलभूत सुविधाओं के विकास के साथ-साथ रोजगार और कृषि के विकास की दिशा में भी गम्भीरता से काम करना होगा। गांव में विद्यालय, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्रों के साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली की राशन दुकान सहित हर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराना हमारी पहली प्राथमिकता है। इन गांव के सभी विद्यालयों के साथ वँहा के शासकीय भवन में भी पेय जल, विद्युत और शौचालय जैसी महत्व की चीज अनिवार्यतः उपलब्ध कराना होगा। उक्ताशय के निर्देश जिला पंचायत के मंथन कक्ष में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तूलिका प्रजापति ने रूर्बन ग्राम पंचायत के उपस्थित ग्राम सचिवों और तकनीकी सहायको को दिए। बैठक में उपस्थित 20 ग्राम पंचायत के सचिव और तकनीकी सहायकों को आगामी कार्ययोजना के बारे में विस्तार से निर्देशित करते हुए श्रीमती तूलिका प्रजापति ने कहा कि हमारा पूरा क्षेत्र कृषि आधारित आजीविका क्षेत्र है इसलिए सबसे पहले रूर्बन गांव के समेकित विकास के लिए कृषि के संसाधन सबसे ज्यादा विकसित करने होंगे। जब हम कृषि और अन्य सहयोगी व्यवसायों से सभी के लिए बारहमासी रोजगार का साधन बना के देंगे तब युवाओं और पढ़ी-लिखी महिलाओं को विकास की मुख्य धारा से जुड़ सकेंगे। उपस्थित तकनीकी सहायकों और सचिवों से श्रीमती प्रजापति ने कहा कि आप अपने गांव के कृषि भूमि को शत-प्रतिशत सिंचित बनाने के लिए जिला सिंचाई कार्ययोजना की मदद लीजिए। श्रीमती तूलिका ने कहा कि उस कार्ययोजना में हर गांव को सिंचित करने के लिए बनाए जाने वाले संरचनाओं का विस्तार कसे विवरण है ताकि हम वन ड्राप मोर क्राप की संकल्पना को जमीन में ला सकेे। श्रीमती तूलिका ने कहा कि रूरबन गांवों के लिए हमने एक कार्ययोजना तय कर ली है इसमें किन जरूरतों पर पहले काम करना है हमने तय कर लिया है। सबसे पहले हमें शासकीय सेवाओं की संस्थाओं को पूरी तरह से सज्जित करना होगा। इसके बाद यहां के मानव संसाधन का बेहतर इंतजाम करते हुए हम अन्य रोजगार के साधन के लिए प्रयास शुरू करेंगे।
जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्रीमती तूलिका ने कहा कि जरूरतों के चिंहाकन के साथ ही काम भी प्राथमिताओं में तय किए जा चुके हैं आप सभी देख रहें हैं कि जिन जगहो पर उचित मूल्य दुकान की कमी थी वहां महात्मा गांधी नरेगा और रूर्बन के अभिसरण से यह भवन बनाए जाने की स्वीकृति दे दी गई है। ग्राम पंचायत बोडार, केशगंवा, मझारटोला और कछार में सार्वजनिक उचित मूल्य दुकान बनाने की प्रशासकीय स्वीकृति की जानकारी देते हुए उन्होने संबंधित पंचायत के तकनीकी सहायक और सचिवों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रयास करें कि यह कार्य समय-सीमा में पूरा ही हो जाए। रूरबन गांवों के बारे में तय कार्ययोजना पर निर्देश देते हुए उन्हेाने कहा कि यहां सबसे पहले युवाओं के साथ विधवा,परित्यक्ता महिलाओं के उत्थान के लिए हमें काम करना होगा। सभी सचिवों को निर्देशित करते हुए उन्होने कहा कि अपने गांव के एैसे व्यक्तियों की सूची जल्द से जल्द जिला पंचायत कार्यालय में उपलब्ध करांए ताकि उनके मांग के अनुरूप कार्य की पहचान कर रोजगार के साधन बनाए जा सकंे। प्रत्येक शासकीय भवन में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाने के लिए उन्होने बैठक में उपस्थित सहायक अभियंता श्री अखिलेश तिवारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जल्द से जल्द सभी भवनों में यह संरचना लगाने के लिए मानक प्राक्कलन अनुसार तकनीकी स्वीकृति के प्रस्ताव जिला पंचायत को प्रस्तुत करें। श्रीमती तूलिका ने सभी हेंडपंप के समीप स्थानीय स्तर पर ही संसाधन से सोख्ता गड्डा अनिवार्य रूप से बनाए जाने के निर्देश दिए। दिव्यांगों के चिंहाकन के साथ ही 10 वीं और बारहवीं पास बेरोजगार युवाओं को मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से जोड़े जाने के लिए उनकी सूची जिला पंचायत में एक सप्ताह में देने के निर्देश भी दिए। इस बैठक मे ंजनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री अलेक्ज्ेांडर पन्ना, नोडल अधिकारी श्री विकास सहित सभी तकनीकी सहायक जनपद सेानहत और 20 ग्राम पंचायतों के सचिव उपस्थित रहे।