किरंदुल में हर्षोल्लास के साथ विजयदशमी का पर्व दशहरा हुआ संपन्न, आयोजको की लापरवाही उजागर
बुराई के प्रतीक रावण का दहन
किरंदुल पूरे भारतवर्ष में जहां दशहरा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वहीं किरंदुल में भी हर्षोल्लास के साथ विजयदशमी का पर्व दशहरा संपन्न हुआ, दशहरा की शुरुआत रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुई, हजारों की तादाद में पहुंचे दर्शकों का बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति देकर मनमोह लिया ,वही श्रोताओं को मंत्रमुग्ध होने के लिए विवास किया , विजयदशमी का पर्व छत्तीसगढ़ क्रीड़ा मंडल द्वारा मनाया गया, जिसमें एनएमडीसी का भी विशेष सहयोग रहा, जहा पर प्रेस क्लब के पत्रकार धीरज मकान आजाद सक्सेना रामकृष्ण बैरागी का सम्मान किया गया , सभी पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ क्रीडा मंडल का आभार व्यक्त किया, वहीं कुछ पत्रकार नाराज भी दिखे फुटबॉल ग्राउंड किरंदुल में रात करीब 11:30बजे 75 फ़ीट रावण के पुतले का दहन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में पंकज शर्मा, गणपत, एके प्रजापति महाप्रबंधक एनएमडीसी किरंदुल, की उपस्थिति में संपन्न, आप को बता दे कल मौसम बार बार करवट ले रहा था ,जिस कारण थोड़ी बूंदा बंदी भी हुई, दोपहर 12:30 बजे बारिश होने से फुटबॉल ग्राउंड में कीचड़ का इक्कठा हो गया, जिससे विजयदशमी रावण दहन देखने आए लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ा, आमजन ने बताया कि यदि वर्षा ना होती तो कार्यक्रम में ज्यादा आनंद आता, वही कुछ लोगो ने कहा बगैर रावण दहन देखे वापस जा रहे हैं, वही नगर के वरिष्ठ अब्दुल कयूम सिद्दीकी ने बताया कि वर्षा तो लगभग 12:30 से 1:30 बजे तक के बीच हुई थी पर रावण आयोजन समिति को इस ओर ध्यान देना चाहिए था, कहीं ना कहीं कीचड़ से मुक्ति का उपाय आयोजन समिति को करना चाहिए था, उन्होंने कहा कि दोपहर में बारिश होने से शाम तक आयोजन समिति उसे दुरुस्त कर सकते थी ,परंतू इस लापरवाही से इस भव्य कार्यक्रम में कही न कही व्यवधान और लापरवाही साफ़ दिखी ,कीचड और बद्दतर व्यवस्था के कारण विजय दशमी का रंग इस बार फीका हो गया , वही पुलिस प्रशासन द्वारा पर्व को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए ,जिससे समचार लिखे जाने तक किसी भी घटना का उल्लेख सामने नहीं आ पाया है ,यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही ,वही जनता द्वारा पुलिस की मुस्तैदी को लेकर भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है !