November 22, 2024

शिवराज के एक्सीलेंस अवॉर्ड पर CM कमलनाथ का ‘ब्रेक’, BJP ने दी विरोध करने की चेतावनी

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भोपाल
शिवराज सरकार के कार्यकाल में शुरू हुए एक्सीलेंस अवॉर्ड (Excellence Award) पर मध्‍य प्रदेश के मौजूदा मुख्‍यमंत्री कमलनाथ (Chief Minister Kamal Nath) ने ब्रेक लगा दिया है. इस अवॉर्ड के लिए जिन अफसरों का चयन हुआ था, वो प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Former Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) के खास चेहरे बताए जा रहे हैं. अब नए सिरे से प्रक्रिया होगी और सरकार नए नामों को ये अवॉर्ड देगी. जबकि हाल ही में पेश हुए बजट में इस अवॉर्ड के लिए 18 लाख 41 हजार रुपए का प्रावधान किया गया.

जानकारी के अनुसार शिवराज सरकार ने 2015-2016 के लिए सीएम एक्सीलेंस अवॉर्ड की घोषणा की थी. तीन साल पुराने अवॉर्ड के लिए 1 मार्च 2017 में विज्ञापन जारी किया गया था. अवॉर्ड के लिए बनाई गई संभागीय समिति की अनुशंसा के साथ प्रस्ताव अप्रैल 2017 में तैयार हुआ. उस दौरान विज्ञापन जारी कर दावेदारों के नाम मांगे गए. हालांकि ज्यादा दावेदार आने की वजह से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी राज्य स्तरीय चयन समिति ने छह शासकीय सेवकों और संस्था का नाम चिन्हित किया और उनको अवॉर्ड देने पर सहमति बनी. हाल ही में पेश हुए बजट में इस अवॉर्ड के लिए 18 लाख 41 हजार रुपए का प्रावधान किया गया. बताया जा रहा है कि जब ये प्रस्ताव सीएम कमलनाथ के पास पहुंचा, तो उसे यह कह कर रोक दिया गया कि अब नए सिरे से विज्ञापन जारी कर अफसरों के नाम मांगे जाएंगे.

सीएम के प्रमुख सचिव रहे आईएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल, पूर्व भोपाल नगर निगम के आयुक्त तेजस्वी एस नायक, भोपाल नगर निगम के तत्कालीन अपर आयुक्त संजय कुमार, तत्कालीन विशेषज्ञ डॉ महाराज सिंह ठाकुर को तीन लाख रुपए के नगद इनाम के लिए चुना गया था. इसी तरह तत्कालीन उज्जैन कलेक्टर संकेत भोंडवे को 75 हजार, इंदौर के तत्कालीन एएसपी प्रशांत चौबे को एक लाख के लिए और प्रशासन अकादमी को 5 लाख रुपए के नगद पुरस्कार के लिए चुना गया था. इसके अलावा छह अधिकारियों और संस्था को अवॉर्ड देने के लिए राशि निकालने का प्रस्ताव भी शासन स्तर पर तैयार कर लिया था, लेकिन सीएम की सहमति नहीं मिलने की वजह से नए सिरे से अधिकारियों के नाम मंगाए जाएंगे.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने कहा कि सीएम कमलनाथ ने ठीक फैसला लिया है. सीएम एक्सीलेंड अवॉर्ड पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चेहते अफसरों को दिया जा रहा था. सीएम रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने इन अधिकारियों का चयन किया था. अब सीएम कमलनाथ हैं और उन्होंने नए सिरे से नामों को मांगा है. चापलूस अफसरों को नहीं, अब अच्छा काम करने वाले अफसरों का ही चयन होगा और उन्हें ही अवॉर्ड मिलेगा.

प्रदेश के पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने आईएएस और आईपीएस अफसरों का अपमान किया है. जब एक बार अफसरों का चयन एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत हो चुका है, तो उन्हें अवॉर्ड देने में सरकार को क्या दिक्कत है. अब कमलनाथ सरकार नए सिरे से नाम को बुला कर अपने चहेते अफसरों को अवॉर्ड देगी. ये गलत है और हम इसका विरोध भी करेंगे.

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