बाबु वर्मा को अधिकारी से मिला अभयदान, दुर्गा पूजा के बाद कुर्सी करनी होगी खाली. जाना होगा गरियांबंद
रायपुर, खनिज विभाग में ट्रांसफर और रिलीव की जगह अब अभयदान का सिलसिला चल निकला है। उसकी भी वजह विभाग में सालो से सेवा और मेवा खाने में थोडा वक़्त तो लगता है ,साहब ने भी अब वर्मा जी को अंतिम चेतावनी जारी करते हुए कह दिया है की तुम्हारे पास समय की कोई कमी नहीं दुर्गा पूजा तक जो जुगाड़ बना सकते तो बना लो ,अब वर्मा जी नेता फिर बड़े नेता तक सब जगह चक्कर काट रहे ,कोई तो ट्रांसफर रुकवाए ,वहां बड़े साहब ने फ़ाइल् पर मार्क लगा दिया है ,दुर्गा पूजा के पहले अपना गृह गोचर ठीक करवा ले :सूत्रों की माने तो काफी लम्बे समय से सेवा देने वाले वर्मा जी का दिल बैठा जा रहा है ,की नई जगह में सेटिंग पूरी होगी की नहीं ,मामला जुगाड़ और ऊपर का होगा की नहीं कही शुद्ध मिलने वाली पगार पर तो कोई आंच नहीं आ जाएगी ,सूत्र बताते है की बाबु साहब की पेमेंट में आज तक कोई दाग नहीं लगा सारा खर्च तो ऊपर ही ऊपर से मेंटेन हो जाता है! वैसे कड़क अफसर के आने के बाद पूरा खनिज विभाग का निजाम ही बदला बदला नज़र आने लगा है ,जो कल तक अपना काम एक दुसरे को टिकाने में लगे रहते थे ,अब नए अधिकारी के आ जाने के बाद उन्हें स्वयं करना पड़ रहा है !सूत्रों की माने तो मुसीबतों में घिरे वर्मा जी का आजकल आफिस आना जाना भी बंद है , सारा दिन फ़ोन और नेताओ के चक्कर में ही निकल जाता है !वही सूत्रों की माने तो एक नेता जी ने साफ़ कह दिया है की एक कुर्सी की कीमत तुम क्या जानो वर्मा जी ,पहले और अब में बहुत फर्क है मामला थोडा बढ़ाना पड़ता है ,मामूली स वजन ले कर दोबारा आने की ज़हमत न करे हिसाब किताब यदि ढंग से किए होते तो आज फिर कोका कोला पीते ,अब उदास वर्मा जी दुखी और टूटे हुए दिल से यही गाना गुनगुनाते जा रहे है ,नदिया चले चले रे धारा,चंदा चले रे चले रे तारा ,तुझको भी गरियाबंद तक चलना होगा ,रे तुझको चलना होगा