चीन ने किया अपनी सब से शक्तिशाली मिसाइल का प्रदर्शन
बीजिंग : चीन ने किया अपनी सब से शक्तिशाली मिसाइल का प्रदर्शन. चीन ने मंगलवार को साम्यवादी शासन के 70 साल पूरे होने पर विशाल सैन्य परेड निकालकर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई। इस दौरान चीन ने अपने सबसे घातक और आधुनिक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल डीएफ-41 को भी पहली बार दिखाया।
साम्यवादी शासन की 70वीं सालगिरह के आधिकारिक समारोह की शुरुआत सोमवार को हो गई थी जब चीन के राष्ट्रपति शी ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के संस्थापक माओ जेडोंग की संरक्षित रखी गई पार्थिव देह को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शी ने तियाननमेन चौक में स्थित माओ की समाधि पर तीन बार सिर झुकाया। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए 66 वर्षीय शी ने पिछले 70 वर्ष में चीन के लोगों की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हजारों वर्षों तक चीन को अपनी गिरफ्त में रखने वाली समस्या गरीबी अब खत्म होने की कगार पर है।
इस अवसर पर जश्न समारोह का मुख्य कार्यक्रम चीनी सेना की अब तक की सबसे बड़ी परेड रही। अपने मुख्य हथियारों को छिपाकर रखने वाले चीन ने 2015 के बाद पहली बार नई परमाणु और हाइपरसोनिक मिसाइलों का प्रदर्शन किया। इसे उसका शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है।
15000 सैनिकों ने भाग लिया परेड में, 160 विमानों इस दौरान अपना कौशल दिखाया, 580 रक्षा उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया, अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक डीएफ-41, डीएफ-17 मिसाइल का प्रदर्शन किया गया.
चीन ने इस दौरान पहली बार अपनी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक डीएफ-41 (डोंगफेंग) मिसाइल का भी प्रदर्शन किया। इसे धरती की सबसे शक्तिशाली मिसाइल बताया जा रहा है।
किसी भी कोने में कुछ मिनट में हमला
15 हजार किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती हैं डीएफ-41 मिसाइल
10 परमाणु हथियारों को एक साथ लेकर जा सकती है यह मिसाइल
अमेरिकी रक्षा प्रणाली को भी भेद सकती है यह परमाणु मिसाइल
10 लक्ष्यों पर एक बार में निशाना
10 मैक यानि 12348 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकती है
10 लक्ष्यों को एक बार में निशाना बना सकती है डीएफ-41