चूना पत्थर खदान में अवैध उत्खनन की शिकायत के बावजूद अभी तक क्यू नहीं हुई कार्रवाई ; भृष्टचार में संलिप्त अधिकारी कर्मचारी प्रशासन को कर रहे गुमराह,हर माह लगा रहे शासन को करोडो रुपए के राजस्व का बट्टा
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ताकि सनद रहे:अपर कलेक्टर ने पूर्व में दिए थे आदेश की दोषियों पर कार्यवाही शुरू करने में क्यू हो रही लेट लतीफ़, परंतू भृष्टचार में संलिप्त अधिकारी और कर्मचारियों की मिली भगत की वजह से नही हुई अभी तक कोई कार्यवाही, मामले को दबाने में जुटा भृष्ट अधिकारी मामला खनिज विभाग से जुडा होने की वजह से अभी तक नहीं लिया गया संज्ञान??? खनिज विभाग का ये कोई पहला मामला नहीं है जिसमे इतनी हील हवाली बरती जा रही जानकारों की माने तो इस विभाग की तासीर ही कुछ ऐसी ही की इस विभाग में जिस को जो भी काम सौपा जाता है वो उसका अर्थ ही बदल देता है ,यदि कोई सर्वे में है तो इन्स्पेक्टर का रोल निभा रहा मतलब यही है की वर्सो से एक ही जगह में जमे रहने और कमाई के लिए अपने चहेतों को नियम कानून ताक पर रख कर अवैध कार्यो की खुली छूट देने वाले ये अधिकारी कर्मचारी शासन को करोडो रूपए के राजस्व का चूना लगाने में भी कोई गुरेज नहीं करते ,अब इन अधिकारी कर्मचारियों के पास इतना पैसा इफराद है की नौकरी के अलावा भी ये हाई सोसायटी और ऊँचा जीवन जीने का तौर तरीका सीख चुके है ,सूत्रों की माने तो कई अधिकारी कर्मचारी रायपुर ,बिलासपुर में करोडो की संमपती के मालिक है ,दिखावे के लिए तो वो नौकरी कर रहे परंतू उनको मिलने वाली सैलरी से क्या यह सब संभव है ???? विलासता पूर्ण जिंदगी जीने वाले ये अधिकारी और कर्मचारी इतनी जल्दी अकूत सम्प्पति के मालिक बन गए जिस पर किसी को खबर नहीं ,सूत्रों की माने तो एक सर्वेयर जो की अब इन्स्पेक्टर का रोल अदा कर रहा उसकी अवैध कमाई ही इतनी है जितना एक आम आदमी सोच भी नहीं सकता ,सूत्र बताते है की महंगी जेव्लारी और महंगे ब्रांडेड कपडे महंगी साड़िया महंगे मोबइल साहब की पसंद बन गए है ,रिश्तेदारों में महंगे गिफ्ट दे कर और उनके नामो से अलग अलग जगह जमीन दूकान मकान खरीदना इन के शौक में शामिल है ,जनाब ये खनिज विभाग की नौकरी है यहाँ चिराग और अलादीन की नहीं सेटिंग का कमाल है ,पूर्व की सरकार में अपना दबदबा बंनाने में कायम रहने वाले क्या वर्तमान सरकार में भी अपने सर्वे का कमाल दिखा पाएंगे यह तो समय ही बातएगा
क्या है मामला
रायपुर। रायपुर से लगे हुए नरदहा में चूना पत्थर उत्खनन खदान में अवैध उत्खनन तथा लोक आवागमन मार्ग पर कब्जा कर बंद करने के बावजूद खनिज अमले ने कोई भी कार्यवाही नहीं की है इस संबंध में रायपुर निवासी राजेश मिश्रा द्वारा शिकायत करने एवं शिकायत को सही पाने के बाद भी खनिज विभाग द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं करना समझ से परे।मामले के संबंध में शिकायतकर्ता राजेश मिश्रा ने बताया कि रायपुर जिले के अंतर्गत ग्राम नरदहा में दिनेश बड़वानी द्वारा खसरा नंबर 1946 रकबा 4.10 एकड़ में संचालित चुनाव पत्थर खदान मैं खदान से लगे हुए 20 फीट चौड़े और लगभग 130 फीट लंबा सड़क मार्ग है जिसे खदान संचालक द्वारा पूर्णता उत्खनन करते हुए समाप्त कर दिया गया है कदम संचालक के इस कृत्य की जानकारी कि उन्होंने लगभग साल भर पहले जिला खनिज अधिकारी को लिखित शिकायत के रूप में की थी जिसे संज्ञान लेते हुए जिला खनिज अधिकारी रायपुर द्वारा खदान का विधिवत सीमांकन दिनांक 10:10 2018 को कराया गया जहां मौके पर शिकायत को सही पाया गया किंतु उक्त सीमांकन कार्य के पश्चात आज दिनांक तक खदान संचालक पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है।मामले के बारे में मिश्रा ने बताया कि उपरोक्त बातों से साफ होता है कि खनिज अमले की मिलीभगत के चलते संचालक पर शिकायत सही पाए जाने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है उन्होंने कहा कि मामला भ्रष्टाचार से संबंधित होने के बाद भी इस पर कार्यवाही नहीं होना समझ से परे है उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनके द्वारा सूचना( jogiexpress.com)के अधिकार के तहत आगे की गई कार्यवाही की जानकारी मांगी गई है उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में विभाग ने उचित कार्यवाही नहीं की होगी तो वे इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से भी करेंगे और साथ ही न्यायालय की शरण में भी जाएंगे