आरंग का निखिल फोटोग्राफ इंडिया हैबिटैट सेन्टर में प्रदर्शन के लिए चयनित
आरंग ,आरंग के सुमन कॉलोनी निवासी निखिल वर्मा द्वारा ली गयी दो तस्वीरों का चयन नई-दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटैट सेन्टर में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के लिए हुआ है जहां विश्व के अन्य देशों से आये प्रतिभागी भी हिस्सा लेंगे। यह प्रदर्शनी “रस से बना बनारस” नामक थीम पर आधारित है जिसमे विभिन्न छांया चित्रकारों द्वारा ली गयी तस्वीरों के माध्यम से बनारस के कई अनछुए पहुलओं से अंतर्राष्ट्रीय जगत को परिचित कराने का प्रयास किया जावेगा।
निखिल वर्मा के पिता श्री विष्णु वर्मा लिपिक के पद पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय आरंग में पदस्थ हैं और माता श्रीमती भारती वर्मा एक शिक्षिका हैं। एक अत्यंत साधारण किंतु शिक्षित परिवार से आने वाले निखिल एक होनहार छात्र रहे हैं जिन्होंने स्कूल की पढ़ाई नवोदय विद्यालय माना कैंप से करने के पश्चात स्नातक का अध्ययन बनारस हिंदू विश्वविद्यालय व दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास (ऑनर्स) विषय मे स्नातकोत्तर की डिग्री अर्जित की है।
भीड़ से हटकर अपनी अलग पहचान बनाने का जज्बा रखने वाले निखिल के लिए फोटोग्राफी बचपन से ही एक पसंदीदा कार्य रहा है। दिल्ली विश्वविद्याय में अध्ययन के दौरान निखिल ने लंदन के एक मशहूर फ़ोटोग्राफर लियोनेल चेरोल्ट से फोटोग्राफी का गुर सीखा है।
28 सितंबर से 13 अक्टूबर तक चलने वाले इस प्रदर्शनी में निखिल द्वारा लिए गए बनारस स्थित मणिकर्णिका घाट में साधनारत नागा साधू व माता गंगा में दीपदान सबंधी दो फोटोग्राफ का चयन हुआ है। निखिल की इस सफलता ने न सिर्फ आरंग अपितु समस्त छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है।