छत्तीसगढ़ में यादगार तरीके से मनायी जाएगी गांधी जी की 150वीं जयंती : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पूरे राज्य में होंगे विशेष आयोजन
*विधानसभा का विशेष सत्र, पदयात्रा और चार बड़ी योजनाओं का होगा शुभारंभ*
रायपुर, 28 सितंबर 2019। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को खास और यादगार बनाने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। ये आयोजन दो अक्टूबर, 2019 से शुरु होकर दो अक्टूबर, 2020 तक चलेंगे।
महात्मा गांधी जी के जन्म दिवस दो अक्टूबर से छत्तीसगढ़ विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आहूत कर गांधी जी के व्यक्तित्व, कृतित्व और देश की आजादी में उनके योगदान को याद किया जाएगा। गांधी जी की छत्तीसगढ़ यात्रा सहित देश की आजादी के लिए किए गए आन्दोलन और जनजागरण के कार्यो की स्मृतियों पर आधारित प्रदर्शिनी छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में लगाई जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा दो अक्टूबर से प्रदेश में चार बड़ी महत्वपूर्ण योजनाएं भी प्रारंभ की जा रही हैं जो प्रदेशवासियों के बेहतर पोषण और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। आगामी दो अक्टूबर से प्रदेश में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना और सार्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली का शुभारंभ किया जाएगा।
गांधी जयंती के दिन सुबह बच्चा-बच्चा गांधी थीम पर एक हजार बच्चे बापू की वेशभूषा में शहर के जयस्तंभ चौक से गांधी मैदान तक पदयात्रा निकालेंगे। इसके बाद चार अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक धमतरी जिले के कण्डेल से रायपुर तक पदयात्रा आयोजित की जाएगी। इसे ‘गांधी विचार यात्रा’ का नाम दिया गया है। इस पदयात्रा में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सहित बड़ी संख्या में प्रदेश के जनप्रतिनिधि और नागरिकगण शामिल होंगे। कंडेल में किसानों का नहर सत्याग्रह चल रहा था जिसमें भाग लेने के लिए गांधी जी रायपुर तक पहुंचे थे, तभी किसानों की मांगें मान ली गईं थीं। यह पदयात्रा 11 से 17 अक्टूबर तक प्रदेश के हर ब्लॉक में ‘गांधी विचार यात्रा’ के ही नाम से पदयात्राएं की जाएंगी।
गांधी जी की 150वीं जयंती के अवसर पर साल भर प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेजों में भी बड़े पैमानें में विविध आयोजन कर छात्रों को गांधी जी के आदर्शो और विचारों से अवगत कराया जाएगा। इसमें निबंध, चित्रकला और भाषण प्रतियोगिताएं शामिल हैं।