चलित चिकित्सा इकाई विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम के साथ स्वाइन फ्लू की कर रही जाँच
जोगी एक्सप्रेस
नसरीन अशरफ़ी
चिरमिरी बीते दिनों स्वाइन फ्लू का एक मरीज मिलने से जिला प्रशासन सकते में अ गया और स्वाइन फ्लू से पीड़ित बच्चे की खोज खबर लेने घर पंहुचा ,जहा पड़ोसियों ने बताया की इलाज के लिए पीड़ित बच्चे के माता पिता पीड़ित को रायपुर इलाज हेतु ले गए है , असंकाओ और संभवनाओ को ध्यान में रखते हुए सम्बंधित बच्चे के स्कूल के सभी बच्चो की जाँच की गई ,वही आवश्यक निर्देश भी दिए गए देवांश भट्टाचार्य उम्र-05 वर्ष वार्ड क्र.-19 अस्पताल दफाई क्लब के पीछे हल्दीबाड़ी का स्वाइन फ्लू धनात्मक पाया गया है जिसको देखते हुए सभी बच्चो को इस से बचाव के उपाय बताये गए! वही अधिकारियों के निर्देशानुसार चलित चिकित्सा इकाई जिसमे डा.पंकज सिंह,फार्मासिष्ट नविन सिंह,लैब टैक्निसियन आनंद यादव एवं एएनएम सोनी द्वारा मरीज के घर एवं उसके चारों और घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया गया जिसमें किसी भी प्रकार के संभावित लक्षण वाले मरीज नहीं पाये गये एवं वहाँ चालित चिकित्सा इकाई द्वारा शिविर लगा कर मौसमी बीमारियों हेतु रक्त-जाँच उपरान्त दवा-वितरण भी किया गया।
सर्वेक्षण के दौरान वहाँ आस-पास काफी गन्दगी फैली हुई थी जिसे नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा साफ़ कराया जा रहा है।
मरीज के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने हेतु उसके घर पर पँहुचे तो उसके घर पर ताला लगा हुआ मिला जिसके विषय में वँहा के वार्ड पार्षद रजत दत्ता से मिली जानकारी के अनुसार मरीज एक अपरिपक्व शिशु है जिसका प्रसव 8 माह में ही हो गया था और उसे कुछ महीनो से झटके भी आते है,मरीज का इलाज बिलासपुर में डा.शिवहरे के पास चल रहा है।वार्ड पार्षद ने बताया कि वर्तमान स्थिति में मरीज का परिवार रायपुर में अपने एक रिश्तेदार के यहाँ ठहरा हुआ है जहाँ मरीज का शिशु -चिकित्सालय में निमोनिया का उपचार चल रहा है।
सर्वेक्षण के दौरान वहाँ आस-पास काफी गन्दगी फैली हुई थी जिसे नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा साफ़ कराया जा रहा है।
मरीज के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने हेतु उसके घर पर पँहुचे तो उसके घर पर ताला लगा हुआ मिला जिसके विषय में वँहा के वार्ड पार्षद रजत दत्ता से मिली जानकारी के अनुसार मरीज एक अपरिपक्व शिशु है जिसका प्रसव 8 माह में ही हो गया था और उसे कुछ महीनो से झटके भी आते है,मरीज का इलाज बिलासपुर में डा.शिवहरे के पास चल रहा है।वार्ड पार्षद ने बताया कि वर्तमान स्थिति में मरीज का परिवार रायपुर में अपने एक रिश्तेदार के यहाँ ठहरा हुआ है जहाँ मरीज का शिशु -चिकित्सालय में निमोनिया का उपचार चल रहा है।