खबर प्रकाशन के बाद जांच को पहुँचे अधिकारी, सीईओ ने बीसी को भेजकर कराया जांच, जांच के बाद हकीकत आया सामने, ग्रामीणों ने शासन से की कड़ी कार्यवाही की मांग
(भानु प्रताप साहू)
बलौदाबाजार/कसडोल। बीते 4 सितंबर को जोगी एक्सप्रेस ने प्रमुखता के साथ ‘पीएम आवास का लाभ लेने रोजगार सहायक ने पक्का मकान को बताया कच्चा’ शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया था जिसमें जिले के संवेदनशील सीईओ आशुतोष पांडेय ने तत्काल कार्रवाई के लिए जनपद सीईओ को निर्देशित कर ग्राम पंचायत हसुवा की हकीकत जानने जनपद के पीएमएवाई के प्रभारी ब्लाक समन्वयक मिथलेश साहू और एडीईओ पुष्पेंद्र धुव्र को भेजा। जिसपर पर जांच के लिए पहुंचे अधिकारियों ने शिकायतकर्ताओं के साथ ही ग्राम के कर्णधार सचिव एंव रोजगार सहायक के भी बयान लिए। जिस पर कई चौकानें वाले तथ्य सामने आया है। मामला कसडोल विकासखंड की ग्राम हसुवा में रोजगार सहायिका द्वारा पद का दुरुपयोग कर अपने पिता के नाम पीएम आवास स्वीकृत कराने का था।
यह था मामला
कसडोल विकासखंड की ग्राम हसुवा में रोजगार सहायिका, सचिव एंव सरपंच द्वारा शासन को गुमराह करके रोजगार सहायिका के पिता पुनीराम राम खटकर का 6 कमरों का पक्का मकान को कच्चा मकान बताकर पीएम आवास के लिए फार्म भरा गया था, जिसपर बिना जांच पड़ताल के ही जिम्मेदारों ने स्वीकृत कर जियो टेकिंग भी करा दिया गया। जो कि राशि मिलने वाले सूची में रोजगार सहायिका के पिता पुनीराम खटकर का नाम पंचायत विभाग की साइट में स्पष्ठ दिखा रहा था। जिसकी जानकारी जब ग्राम हसुवा के समाजसेवी गोरेलाल साहू, रामदुलारी साहू, शैलेश साहू, सहित मोतीलाल साहू को हुआ तब इन लोगों ने बीते 27 अगस्त को बलौदाबाजार जिले के कलेक्टर के पास जनदर्शन में आवेदन देकर कार्यवाही की मांग की। जिस पर कार्रवाई नही होने पर शिकायतकर्ताओं ने पूरे मामले को मीडिया के समक्ष रखा। जिस पर जिला सीईओ ने संज्ञान में लेते हुये तत्काल जाँच कर जनपद सीईओ को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। जिसपर जनपद सीईओ ने पीएम आवास ब्लॉक समन्यवक मिथलेश साहू एवं पीएम आवास एडीईओ पुष्पेन्द्र ध्रुव को जांच का जिम्मा सौंपा। जिसपर 5 सितंबर को जांच अधिकारियों ने अपने उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार ग्राम हसुवा पहुँचे। जांच के दौरान शिकायतकर्ता ने रोजगार सहायिका की पक्का मकान को बताया एवं जाँच दल ने रोजगार सहायिका के घर को जाकर देखा। जाँच के दौरान शिकायतकर्ता गोरे लाल साहू, रामदुलारी साहू, शैलेश साहू, मोतीलाल साहू उपस्थित होकर उन्होंने जो शिकायत पत्र जनदर्शन में दिया था वही बयान जांच के दौरान दिया। इसके साथ ही शिकायतकर्ताओं ने जांच अधिकारी को बताया कि रोजगार सहायिका के पक्का मकान से संबंधित ही ग्राम पंचायत भवन से करीब 400 मीटर दूरी पर घास भुमि में कब्जा होने की भी जानकारी दिया। जिसमें बताया गया कि रोजगार सहायिका एवं उनके पिता द्वारा कब्जा किया गया हैं और रोजगार सहायिका के पिता नाम से तहसील न्यायालय कसडोल में प्रकरण लंबित हैं।
इंकार के बाद दिया बयान
पूरे मामले की जांच के लिए पहुँचे अधिकारियों ने जब रोजगार सहायिका से बयान लेना चाहा तब जाँच के दौरान पहले तो मैडम ने अपने बयान देने से इंकार कर दिया। लेकिन ग्राम सचिव के समझाईश के बाद रोजगार सहायिका ने अपना बयान दिया। बयान में कहा कि मेरे भाई संतराम खटकर ने कोरा फार्म लाया जिस पर मैंने हस्ताक्षर कर दिया और मेरे साथ-साथ सचिव एवं सरपंच ने भी विश्वास पर कोरा फार्म पर हस्ताक्षर किया। ग्राम पंचायत हसुवा के सचिव गैसराम घृतलहरे ने जाँच के दौरान कहा कि विश्वास पर ही उनके द्वारा कोरा फार्म में हस्ताक्षर करना बताया और इसके साथ ही कहा कि जब उन्हें जानकारी हुआ कि मैडम का पक्का मकान बना हुआ है तब सचिव के द्वारा जनपद से नाम हटवा दिया गया। अचरज की बात यह है कि आधुनिकता के इस युग मे जब शासकीय कर्मचारी ही बिना पढ़े, लिखे कोरे कागज पर हस्ताक्षर कर देंगे। तो भला इनकी कार्यप्रणाली पर संदेह होना लाजमी है बहरहाल गौर करने वाली बात यह भी है कि जांच के दौरान ग्राम के सरपंच भी नदारद रहे।
कार्रवाई की मांग
ग्राम के समाजसेवी गोरेलाल साहू ने कहा कि जिस तरह यहाँ जिम्मेदारों ने वास्तविक हितग्राहियों को दरकिनार कर पद का दुरुपयोग किया है उनके ऊपर तत्काल जांच के बाद बर्खास्त एंव थाने में प्राथमिकी दर्ज होना चाहिए। क्योंकि यहाँ पर जिम्मेदारों ने केवल अपना विकास किया है। श्री साहू ने जिले के संवेदनशील डीएम से ग्राम पंचायत में हुये सम्पूर्ण कार्यो की जांच कराकर दोषियो के ऊपर कठोर कार्रवाई के लिए अपील किया है।
इनका कहना है।
जनपड सीईओ के निर्देशन पर ग्राम पंचायत हसुवा जाकर जांच किया गया एंव शिकायतकर्ताओं के बयान भी लिए गए है जांच में शिकायत सही मिला है, हमारे द्वारा जांच प्रतिवेदन आगे की कार्यवाही के लिए जनपद पंचायत में जमा कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई वही से सुनिश्चित होगा।
मिथलेश साहू, ब्लॉक कॉर्डिनेटर, पीएमएवाई जनपद पंचायत, कसडोल
खबर प्रकाशन के बाद हमारे द्वारा जनपद के अधिकारियों से जांच कराया गया है, जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित किया जाएगा।
आशुतोष पांडेय
सीईओ, जिला पंचायत, बलौदाबाजार