मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने की सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता
रायपुर, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने सर्किट हाउस में प्रेस को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की उपलब्धि यो के बारे में बताया मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने रविवार को प्रेस वार्ता किया। उन्होंने कहा कि 100 दिनों में भारत सरकार ने देश और दुनिया में जो काम किए हैं, उसकी हर जगह प्रशंसा हो रही है। आर्टिकल 370 खत्म करने को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए यह फैसला किया गया है। अब वहां भारत का कानून और केंद्र सरकार की योजनाएं लागू होंगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इसका विरोध किया तो उसे किसी दूसरे देश से मदद नहीं मिली। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के लिए समर्पित है। किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर काम किया गया है। किसान धन योजना के तहत किसानों को तीन हजार रुपए मासिक पेंशन दिया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री के प्रेस वार्ता की मुख्य बातें –
1.तीन तलाक के कारण मुस्लिम महिलाएं परेशान थी. इसलिए सरकार ने तीन तलाक को खत्म किया।
2.देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए बैंको का विलय किया।
3. जल शक्ति नामक मंत्रालय का गठन किया गया ताकि देश मे सब जगह जल की पर्याप्त व्यवस्था की जा सके।
4 – सड़क सुरक्षा निश्चित करने के लिए मोटर वाहन एक्ट में बदलाव किया गया है।
5. आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं। गैर कानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए अधिनियम में संसोधन किए गए हैं ताकि दोषी व्यक्ति को आतंकवादी के रूप में नामित कर उसकी संपत्ति जप्त की जा सके।
6. समाज के सभी वर्गों के लिए सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया गया।
7. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंदी का ज्यादा असर नहीं है। सरकार ने इसको लेकर आवश्यक कदम उठाए हैं।
8. एनआरसी को लेकर थावरचंद गहलोत ने कहा कि जिनकी भारत की नागरिकता है वह भारत में ही रहेगा। जिसकी नागरिकता सिद्ध नहीं होगी उसे बाहर जाना ही पड़ेगा।
9. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बेरोजगारी के आंकड़े तो नहीं हैं लेकिन सरकार ने जो पूंजी निवेश किया है उसमें लोगों को रोजगार मिला है।
10. आरक्षण को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि वह आरक्षण के पक्ष में है।