विक्रम से संपर्क टूटा, लेकिन भारतीयों की उम्मीदें नहीं टूटी हैं
नई दिल्ली : भारत की महत्वकांक्षी परियोजना चंद्रयान 2 को लेकर भारत थोड़ी मुश्कील में जरुर है. चंद्रयान 2 से संपर्क टूटा लेकिन पिक्चर अभी बाकी है. चंद्रयाद को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने वज्ञानिको का होसला बढाया है. बतादें चांद पर उतर रहे लैंडर विक्रम से भले ही संपर्क टूट गया था इसरो के टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क केंद्र के स्क्रीन पर देखा गया कि विक्रम अपने निर्धारित पथ से थोड़ा हट गया और उसके बाद संपर्क टूट गया।
शुक्रवार रात डेढ़ बजे शुरू हुई विक्रम के सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया सामान्य रफ्तार से आगे बढ़ रही थी। लैंडर विक्रम जब चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था, तभी संपर्क टूट गया जिसके बाद इसरो चीफ सिवन ने प्रधानमंत्री मोदी को इसकी जानकारी दी.
सस्पेंस के इन पलों में इसरो के चीफ सिवन सामने आए। उन्होंने कहा कि विक्रम का संपर्क टूक गया है। विक्रम और प्रज्ञान कहीं खो गए हैं। इसरो के चेयरमैन के सिवन ने कहा, ‘विक्रम लैंडर के चांद पर उतरने का मिशन योजना के मुताबिक चल रहा था और 2.1 किलोमीटर ऊंचाई तक सबकुछ नॉर्मल था। उसके बाद विक्रम का ग्राउंड स्टेशन संपर्क टूट गया। डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।’
चंद्रयान 2 को लेकर पीएम मोदी ने कहा चंद्रयान-2 में इसरो अपने मिशन से दो कदम दूर भर है, संशय कायम है, लेकिन भरोसा है कि जीत अवश्य मिलेगी। इसलिए और भी, क्योंकि इसरो के साथ यह ख्याति जुड़ी है कि उसके लिए हर चुनौती एक अवसर होती है। उन्होंने कहा, देश को वैज्ञानिकों पर गर्व है। वैज्ञानिक देश की सेवा कर रहे हैं। आगे भी हमारी यात्रा जारी रहेगी। मैं पूरी तरह वैज्ञानिकों के साथ हूं। हिम्मत बनाए रखें, जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।