हर मुश्किल हमर छत्तीसगढ़ से हारे हे… टी.बी. अब तोर बारी हे… : मुख्यमंत्री ने किया ‘2023 तक टी.बी. मुक्त छत्तीसगढ़ के लिए राज्य रणनीतिक योजना’ पुस्तिका का विमोचन निजी अस्पतालों में भी टी.बी. की निःशुल्क जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध कराएगी सरकार
मुख्यमंत्री ने किया ‘2023 तक टी.बी. मुक्त छत्तीसगढ़ के लिए राज्य रणनीतिक योजना’ पुस्तिका का विमोचन
निजी अस्पतालों में भी टी.बी. की निःशुल्क जांच और उपचार की सुविधाउपलब्ध कराएगी सरकार
रायपुर.राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग ने छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय लक्ष्य से दो साल पहले ही टी.बी. (क्षय रोग) मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की गई कार्ययोजना ‘2023 तक टी.बी. मुक्त छत्तीसगढ़ के लिए राज्य रणनीतिक योजना (State Strategic Plan for TB Free Chhattisgarh by 2023)’ पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने गुरूवार को रायपुर मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में ‘कायाकल्प” पुरस्कार वितरण समारोह में इस पुस्तिका का विमोचन किया। इस दौरान रायपुर के सांसद श्री सुनील सोनी, विधायकगण सत्यनारायण शर्मा, कुलदीप सिंह जुनेजा, विकास उपाध्याय, महापौर श्री प्रमोद दुबे तथा स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह भी मौजूद थीं।
प्रदेश में आगामी 4 वर्षों में विभिन्न विभागों की प्रतिबद्धता, भागीदारी और समन्वय से टी.बी. मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार किया जाएगा। इसके लिए राज्य, जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर टी.बी. इलिमिनेशन टास्क फोर्स का गठन किया गया है। यह टास्क फोर्स प्रदेश को टी.बी. मुक्त बनाने के लिए तैयार रणनीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी। टी.बी. रोगियों की खोज के लिए ज्यादा जोखिम वाले समूहों में हर तीन महीने में तथा राज्य की शेष आबादी में साल में कम से कम दो बार सघन खोज अभियान चलाया जाएगा।
साथ ही टी.बी. से बचाव के लिए लेटेंट टी.बी. इन्फेक्शन का प्रबंधन किया जाएगा। सभी निजी चिकित्सकों को पी.पी.एस.ए. मॉडल की सहायता से आर.एन.टी.सी.पी. कार्यक्रम में शामिल कर निजी क्षेत्र में भी टी.बी. की निःशुल्क जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। टी.बी. के मरीजों को आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना तथा पोषण आहार जैसी योजनाओं से जोड़कर प्राथमिकता से उनका इलाज और देखभाल सुनिश्चित किया जाएगा।