संतान की दीर्घायु एंव उन्नति के लिए माताओं ने रखा हलषष्ठी का व्रत, जगह-जगह हुई पूजा, पसहर चावल खाकर तोड़ा उपवास
(भानु प्रताप साहू)
बलौदाबाजार/ कसडोल। संतान की दीर्घायु एवं सुख समृद्धि की कामना को लेकर बुधवार को हलषष्ठी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। माताओं ने घर के आंगन में सगरी बनाकर भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की तथा पसहर चावल का सेवन कर व्रत को पूर्ण किया। भादों कृष्ण षष्ठी को प्रतिवर्षानुसार मनाए जाने वाला हलषष्ठी पर्व नगर सहित अंचल में धूमधाम के साथ मनाया गया। पूजा पाठ की तैयारी को लेकर महिलाएं सुबह से ही जुटी रही तथा बच्चों की सुख समृद्धि एवं दीर्घायु की कामना को लेकर माताओं ने व्रत रखा। हलषष्ठी के दिन को प्रमुख रूप से भगवान कार्तिकेय के जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर संतानधारी महिलाएं काफी संख्या में व्रत रख पूजा-अर्चना में लगी रही। घरों के अलावा मंदिरों में पूजा पाठ का दौर सुबह से शाम तक चलता रहा। व्रतधारी माताओं ने घर के सामने सगरी का निर्माण किया जिसमें नदी, पर्वत का दृश्य भी अंकित था और पीढ़े तथा नंदी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। पूजा पाठ दोपहर 12 बजे के बाद प्रारंभ हुआ। पूजा के रूप में उपयोग किए जाने वाले नारियल, अगरबत्ती, कुमकुम, बंदन, चंदन, फलाहार के साथ लाई, चना, मूंग, गेहूं, अरहर, दोना पत्तल सहित सात प्रकार के अनाज चढ़ाकर शिव पंचायत की पूजा की गई। पूजा में महुआ बीज, दही, घी रखकर पूजा-अर्चना की। पूजा-अर्चना घरों के अलावा मठ मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, दुर्गा मंदिर सहित अनेक स्थानों व घरों में भी चला जहां सामूहिक रूप से सैकड़ों महिलाएं एकत्रित हुई तथा विधि-विधान से पूजा अर्चना कर संतान के दीर्घायु और सुख समृद्धि के लिए भगवान से मन्नतें मांगी।
पसहर चावल खाकर तोड़ा उपवास
मंदिरों में पूजा पाठ के दौरान पंडितों ने भगवान शिव गणेश की 6 कथाएं सुनाई जिसे व्रतधारी माताओं ने सुना तथा हलषष्ठी व्रत के संबंध में जानकारी प्राप्त की। पूजा-अर्चना के बाद माताओं ने अपने बच्चों के पीठ पर सात रंगों के कपड़े के टुकड़ों से निशान लगाकर लंबी उम्र का आशीर्वाद दिया। पूजन सामग्री पूजा में समर्पित करने के बाद व्रतधारी माताओं ने पसहर चावल खाकर उपवास तोड़ा तथा भैंसी का दूध और दही व घी का भी उपयोग किया। शहर के साथ-साथ कसडोल वा ग्रामीण क्षेत्रों में भी हलषष्ठी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।
इन्होंने की पूजा
अंचल के कसडोल में थाना परिसर सहित भागवत भवन के समीप कई सन्तानधारी महिलाओं ने पूजा अर्चना की। जिसमें रुकमणी जायसवाल, रश्मि किरण जायसवाल, योगिता साहू, राजलक्ष्मी यादव, सरला साय, कुसुम लता यादव, सोनम साहू, पदमा साहू, स्वधा शुक्ला, रितु वर्मा, शशि कश्यप, नैना यादव, हीरे साहू, गायत्री, मोनिका बंजारे, संगीता मीना, सविता, सीता, उर्मिला साहू सहित अन्य महिलाओं ने पूजा के बाद पसहर चावल खाकर अपना व्रत तोड़ा।