छत्तीसगढ़ के पहले एक्सप्रेस-वे की जांच को एतिहासिक बनाने के लिए इंजिनियर दिनेश शर्मा ने की मांग
रायपुर -इंजिनियर दिनेश शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रदेश सरकार से मांग की है की एक्सप्रेस-वे में कई महीनों से मेरी गुहार लगाने के बाद… अब जॉच का दौर शुरू हुआ, जब दुर्घटनायें शुरू हो गई, मौत का खेल शुरू हुआ, तब शासन-प्रशासन जागी! मैंने तो प्रेस-कान्फ्रेंस करके, विधायकों का समर्थन पत्र लेकर, SIT जॉंच की माँग कई महीनों पहले ही की थी!मैंने कई महीनों से विडियो बनाकर, शोसल मिडिया, मीडिया, पेपर आदि के माध्यम से सरकार को जगाने का प्रयास किया!अब सरकार से या जॉंच एजेंसी से एक माँग मेरी है.. कि लिपापोती ना हो, और ना ही प्रोजेक्ट इंचार्ज से छोटे अधिकारियों को सज़ा देकर खानापूर्ति या लिपापोती करने की कोशिश ना हो!इस जाँच में प्रोजेक्ट इंचार्ज या उससे बड़े अधिकारियों को ज़िम्मेदार ठहराते हुये, सहीं व निस्पक्ष जॉंच होने के पहले, अधिकारियों को हटाया जाना चाहिये, नहीं तो दस्तावेज़ों में छेड़छाड़ संभव है, और सिर्फ़ खाना पुर्ति या लिपापोती होने की संभावना है!आगे के प्रोजेक्ट इंचार्ज बनने वालाे अधिकारीयों के लिये बड़ी सीख रहे ये जॉंच!हमेशा देखने को मिलता है कुछ छोटे अधिकारियों को फँसाकर लिपापोतीकर जाँच बंद कर दी जाती है जो कि ग़लत है!छोटे अधिकारी दबाव में काम करता है, न उसकी उतनी पहुँच होती, न ही उसको उतना कुछ खाने पीने मिलता, ना ही उसकी कोई सुनता!बल्कि छोटे अधिकारी तो, रातदिन दबाव में काम करते हुये, जनता की कई बार मार व उच्च अधिकारियों की फटकार तक सहन करना पड़ता है!इस जॉंच में गुज़ारिश है, जो सही दोषी हैं उनकी जॉंच हो, एतिहासिक जांच हो, और एक्सप्रेस-वे सही बनाने का प्रयास किया जाये… ताकि छत्तीसगढ़ के पहले एक्सप्रेस-वे में भविष्य में मौत का ताडंव ना हो!