आज भाजपा की प्रमाणिकता व चिंतन की खुद गवाही दे रहे हैं: विक्रम उसेंडी
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश और मौजूदा केन्द्र सरकार को आदिवासी-हितों के लिए प्रतिबध्द बताया और कहा कि पिछले 15 वर्षों में भाजपा की सरकारों ने आदिवासियों के हित में जो काम किए, वे आज भाजपा की प्रमाणिकता व राजनीतिक चिंतन की खुद गवाही दे रहे हैं। आजादी के बाद अलग जनजातीय मंत्रालय बनाने का गौरव भी यशस्वी प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को ही जाता है, और अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए अलग-अलग आयोग बनाने का निर्णय भी भाजपा सरकार ने ही लिया था। उज्जवला योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को अधिक से अधिक मिल रहा है। सामाजिक उत्थान के लिए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जाने जाते रहे हैं उसी कार्य को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आगे ले जाने का काम कर रहे है। यही भाजपा की रीति-नीति रही है।
भाजपा अध्यक्ष श्री उसेंडी ने केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा घोषित आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि केन्द्रीय मंत्रालय ने भी माना है कि राज्य में चार लाख से भी अधिक व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टों का वितरण कर छत्तीसगढ़ में 3.42 लाख हेक्टेयर वनभूमि पर मान्यता दी गई है। इसी तरह 24 हजार से अधिक सामुदायिक वनाधिकार पट्टों का वितरण करते हुए 9.50 लाख हेक्टेयर भूमि पर सामुदायिक अधिकारों की मान्यता दी गई है। केन्द्र सरकार ने माना है कि वनाधिकार पट्टों के मामले में ओड़िशा और वनभूमि की मान्यता के मामले में महाराष्ट्र अव्वल राज्य हैं लेकिन इन दोनों ही मामलों में छत्तीसगढ़ का पूरे देश में दूसरा स्थान है। जाहिर है यह उपलब्धि प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की है, जिसने आदिवासियों के हितों की रक्षा करते हुए उनके अधिकारों का पोषण किया। यह इस बात का प्रमाण है कि अपने 15 वर्षों के शासनकाल में प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने आदिवासियों के हितों के लिए प्रतिबध्द होकर काम किया। श्री उसेंडी ने इसके लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और भाजपा के नीति-निर्धारक नेतृत्व को बधाई दी है।