मुख्यमंत्री ने किया नवोदय विद्यालयों का शुभारंभ और भूमिपूजन जनता को दी 22 करोड़ के निर्माण कार्यों की सौगात
विकास की राह पर प्रदेश ने बढ़ाया एक और बड़ा कदम: डॉ. रमन सिंह : एक साथ आधा दर्जन नवोदय विद्यालयों की शुरूआत
जोगी एक्सप्रेस
रायपुर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य में आज आधा दर्जन नए नवोदय विद्यालयों की शुरूआत विकास की राह पर छत्तीसगढ़ ने एक और बड़ा कदम बढ़ाया है। उन्होंने आज बालोद जिले के ग्राम दुधली (विकासखंड-डौंडीलोहारा) में आयोजित समारोह में बालोद सहित प्रदेश के नारायणपुर, बेमेतरा, मुंगेली, सरगुजा और बलरामपुर जिलों के लिए केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृत नवोदय विद्यालय का शुभारंभ करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा – केन्द्र सरकार ने इस वर्ष प्रदेश के इन जिलों को मिलाकर कुल ग्यारह नवोदय विद्यालयों की स्वीकृति दी है। शेष पांच नवोदय विद्यालय बीजापुर, सुकमा, कोण्डागांव, गरियाबंद और बलौदाबाजार जिलों में मंजूर किए गए हैं। अब छत्तीसगढ़ के सभी 27 जिलों में नवोदय विद्यालयों की स्थापना हो चुकी हैं। डॉ. सिंह ने इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर के प्रति आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में नवोदय विद्यालयों की भूमिका को काफी महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने इस अवसर पर इन नवोदय विद्यालयों के शुभारंभ के साथ ही उनके भवन निर्माण के लिए भूमिपूजन और शिलान्यास भी किया। डॉ. रमन सिंह ने जनता को लगभग 22 करोड़ रूपए के 185 निर्माण कार्यों की सौगात दी। उन्होंने इनमें से इनमें ग्यारह करोड़ 37 लाख रूपए के 87 विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण और दस करोड़ 42 लाख रूपए के 98 नये स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा – बालोद नया जिला है। वर्ष 2012 में छत्तीसगढ़ सरकार ने बालोद सहित नौ जिलों का गठन किया था। इन सभी नये जिलों में आम जनता की सुख-सुविधा के लिए विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यों के साथ विकास का एक नया युग शुरू हुआ है। डॉ. रमन सिंह ने समाज के सभी वर्गों की बेहतरी के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा – श्री मोदी के नेतृत्व में देश का नवनिर्माण हो रहा है। डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का भी उल्लेख किया और कहा कि इस योजना के जरिये देश के पांच करोड़ गरीब परिवारों की महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन देकर लकड़ी के चूल्हे के धुएं से मुक्ति दिलायी जा रही है। छत्तीसगढ़ में इस योजना के तहत ग्यारह लाख से अधिक गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जिन पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया, उनमें दो करोड़ 73 लाख रूपए लागत से गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम भरदाकला में निर्मित 33/11 के.व्ही. क्षमता का विद्युत उपकेन्द्र, दो करोड़ 40 लाख रूपए लागत से घनश्याम सिंह गुप्त शासकीय स्नातकोत्तर कॉलेज बालोद में निर्मित अतिरिक्त भवन निर्माण, एक करोड़ रूपए लागत से कंगला मांझी शासकीय कॉलेज, डौण्डी में अतिरिक्त भवन, 20 लाख रूपए लागत से बालोद में निर्मित श्रमिक सदन भवन और 14.15 लाख रूपए लागत से बालोद विकासखण्ड के ग्राम चारवाही में निर्मित नवीन पंचायत भवन भी शामिल हैं। उन्होंने जिन नये स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और शिलान्यास किया, उनमें 37.24 लाख रूपए लागत से गुरूर विकासखण्ड के ग्राम पलारी में कमांड क्षेत्र में बनने वाले सिंचाई फिल्ड चैनल, 36 लाख रूपए की लागत से बालोद विकासखण्ड के लिमोरा में बनने वाले जलाशय नहर तथा लाइनिंग कार्य, 21.40 लाख रूपए लागत से डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के सोरली में बनने वाले सिंचाई नहर, 20 लाख रूपए लागत से डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम पटेली में बनने वाले खेल मैदान एवं मिनी स्टेडियम और 18 लाख रूपए लागत से गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम भरदाकला में बनने वाले प्रशिक्षण केन्द्र भवन का कार्य शामिल हैं। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, विधायक द्वय आर.के. राय और अनिला भेंडिया, पूर्व विधायक लाल महेंद्र सिंह टेकाम, छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष यशंवत जैन और क्षेत्र के अन्य अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।