फायनेंस करवाते समय पहले समझ ले क्या हो रहा है,खरीदने जा रहे हैं नई कार तो इससे पहले इन बातों का ध्यान रखें ताकि कोई परेशानी ना हो।
इन दिनों कार एक जरूरत हो गई है और बदलते वक्त के साथ कार खरीदने के लिए आपको कईं ऑप्शन मिलते हैं। आज के वक्त में कार लेना आसान हो गया है क्योंकि कम ब्याज दरों के कारण ईएमआई पर आप कार आसानी से खरीद सकते हैं। हालांकि, कैश की बजाय लोन लेकर कार खरीदने में काफी चीजों से होकर गुजरना पड़ता है और इसलिए कुछ खास बातें हैं जिन्हें ध्यान रखकर आप इन परेशानियों से बच सकते हैं।
ब्याज दर
कार के लोन पर अभी ब्याज दरें 8.70 फीसदी से 10 फीसदी है। ये आपके कार के मॉडल, महीने की आय और लोन के समय पर निर्भर करता है। ब्याज दर में छोटी सी कटौती आपके कुल ब्याज की लागत में बड़ा बदलाव ला सकती है। पहले आप आपके मौजूदा बैंक से उनके ऑफर के बारे में पूछें। इसके बाद दूसरे बैंकों के ऑफर से इसकी तुलना करें। अगर ब्याज दर की बात आती है तो आप फ्लोटिंग दरों को चुनें। इसके साथ ही बिना किसी पेनल्टी के प्रीपेमेंट भी कर सकते हैं।
लोन की ईएमआई
ब्याज दर के साथ आपके कार के लोन की ईएमआई भी दो चीजों पर निर्भर रहती है। एक तो आपने कितने का लोन लिया है दूसरा लोन का समय। लोन लेने से पहले इस बात की गणना कर लें कि आप कितनी ईएमआई चुका सकते हैं। आपकी दूसरी ईएमआई, एसआईपी और इंश्योरेंस प्रीमियम को देखते हुए ही ये फैसला लें। अपनी कार की ईएमआई को आपकी सैलरी के 40 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए। मतलब आपकी सैलरी 50 हजार है तो ईएमआई 20 हजार से ज्यादा कभी नहीं होनी चाहिए। वैसे अगर आप ज्यादा समय के लिए ईएमआई करवाएंगे तो इससे आप पर बोझ भी कम पड़ेगा।
प्रोसेसिंग फीस
बैंक आपके लोन की अर्जी की समीक्षा करने में लगी रकम को प्रोसेसिंग फीस के तौर पर लेते हैं। ये फीस रिफंडेबल नहीं होती है। आमतौर पर बैंक 1 हजार से 10 हजार तक की प्रोसेसिंग फीस लेते हैं। कई बैंक प्रोसेसिंग फीस में डिस्काउंट भी देते हैं या इसे माफ कर देते हैं। एक बात ध्यान रखें कि प्रोसेसिंग फीस में छूट के चलते कहीं आपको ज्यादा ब्याज या दूसरे चार्ज तो नहीं देने पड़ रहे हैं।
प्रीपेमेंट चार्ज
लोन को समय से पहले चुकाना अच्छा विचार है क्योंकि आपकी कार की कीमत समय के साथ घटती जाती है। जो लोन फिक्स्ड रेट पर लिए जाते हैं उनको चुकाने के लिए प्रीपेमेंट पेनल्टी लग सकती है। कई बैंक में एक साल में आप कितनी बार और कितनी रकम प्रीपेमेंट के तौर पर देंगे ये तय कर देते हैं। इसलिए अगर कार लोन ले रहे हैं तो कम प्रीपेमेंट चार्ज वाला लोन ही लें।
लोन की रकम
हर बैंक का ये अलग नियम होता है कि वो कार फाइनेंस के लिए कितना लोन देंगे। एक कर्जदार के तौर पर आप अधिकतम डाउनपेमेंट करें। इससे आपके लोन की रकम कम हो जाएगी। आप अपने इमरजेंसी फंड या लंबे समय के निवेश को ज्यादा डाउनपेमेंट के तौर पर न दें।
लोन का समय
कई बैंक 7 साल तक का कार लोन देते हैं। जितना लंबे समय का लोन होगा उतनी ज्यादा ब्याज की मार पड़ेगी। कार की कीमत लगातार घटती है इसलिए आपको ये लोन जल्द से जल्द चुका देना ही अच्छा होगा। अगर आप कम समय के लिए लोन ले रहे हैं तो आपको ज्यादा ईएमआई देनी होगी। इसलिए पहले इस बात पर ध्यान दें कि आप कितनी ईएमआई चुका सकते हैं। इसके बाद ही लोन का समय तय करें।
क्रेडिट स्कोर
आपके कार लोन को मंजूर करते समय बैंक सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर देखता है। कई बैंक क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही लोन दे रहे हैं। 750 या उससे ऊपर का क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है। इसलिए कार लोन से पहले अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर देख लें। अगर स्कोर कम है या कोई गलती है तो लोन की अर्जी देने से पहले इसे सुधार लें। आप ऑनलाइन अपना क्रेडिट स्कोर मुफ्त में जान सकते हैं।
लोन के ऑफर की ऑनलाइन तुलना करें
कार लोन पर बेहतर डील के लिए आप कई बैंकों के लोन की ऑनलाइन तुलना करें। इससे आपको फायदा हो सकता है। अगर आपकी ब्याज दर थोड़ी भी कम हुई तो ये आपको लंबे समय में फायदा देगा।
साभारः नई दुनिया
फोटो क्रेडिट बाय :गूगल