शराबबंदी का वादा कर सरकार में आए कांग्रेसी अब शराब घोटाले पे चुप रहकर संशय को जन्म दे रहे है: सुन्दरानी
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने आबकारी विभाग द्वारा मध्यप्रदेश से लाकर छत्तीसगढ़ में बेची जा रही शराब की जब्ती के मद्देनजर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है। पार्टी ने इसे कांग्रेस सरकार द्वारा सरकारी खजाने पर डाका डालने वाला कृत्य बताकर चंदाखोरी का आरोप लगाया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकारी शराब दुकान में मध्यप्रदेश की शराब का बिकना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में अन्य प्रदेशों से शराब कंपनियों की शराब बेची जा रही है। इससे प्रदेश सरकार को होने वाली आबकारी राजस्व आय की खुलेआम क्षति हो रही है। श्री सुन्दरानी ने सवाल किया कि क्या प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम बनाने का निश्चय किया है? क्या प्रदेश सरकार इन कंपनियों से चंदाखोरी करके अपनी पार्टी का फंड जुटाने में लगी है, अन्य प्रदेशों से शराब लाकर यहां की सरकारी शराब दुकानों में बेचने की छूट आखिर कैसे दी जा सकती है?
भाजपा प्रवक्ता श्री सुन्दरानी ने कहा कि शराबबंदी का वादा करके सत्ता हासिल करने वाली कांग्रेस के नेता छत्तीसगढ़ के साथ धोखाधड़ी करने पर आमादा हैं। प्रदेश में शराबबंदी के नाम पर छलावा करने वालों का असली राजनीतिक चरित्र इस शराब जब्ती से बेनकाब हो गया है। इस मामले से यह भी प्रश्न उपस्थित हो रहा है कि शराब ठेकेदारों और सरकार के चरित्र में क्या अंतर बचा है? प्रदेश सरकार के संरक्षण में चले इस गोरखधंधे से प्रदेश के खजाने का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई कैसे हो पाएगी? इससे भी अहम चिंता का विषय तो यह है कि अवैध रूप से चल रहे शराबखोरी के इस गोरखधंधे से जान-माल को कभी भी खतरा हो सकता है।
श्री सुन्दरानी ने इस मामले में प्रदेश सरकार की भूमिका पर प्रश्नचिह्न खड़ा करते हुए चेतावनी दी कि प्रदेश के कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ को कांग्रेस पार्टी का एटीएम बनाने का इरादा त्यागकर ईमानदारी से प्रदेश के हित में काम करें, अन्यथा भाजपा इस मामले में सड़क की लड़ाई लड़कर सरकार के चरित्र को बेनकाब करेगी।