इस साल की पहली फसल में 1800 किलो शहतूत रेशम के ककून का उत्पादन
जगदलपुर, रेशम विभाग ने इस साल शहतूत रेशम की पहली फसल में 1800 किलो ककून उत्पादन कर लिया है। रेशम विभाग के उप संचालक अरुण श्रीवास्तव ने बताया जिला बस्तर में शहतूत रेशम कृमिपालन की पांच इकाईयों से यह उत्पादन प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 10 हजार कि0ग्रा0 उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। पहली फसल में जिले में 18 सौ किलो का उत्पादन किया जा चुका है।
बस्तर जिले में शहतूत रेशम उत्पादन की पांच इकाइयां हैं। इन इकाईयों में हर साल पांच से छः फसलें तैयार की जाती हैं। इनमें 90 महिलाएं शहतूत रेशम के कीट का पालन करती हैं। पिछले साल विभाग ने 6400 किलोग्राम शहतूत रेशम ककून के उत्पादन का लक्ष्य रखा था और 7786 किलोग्राम ककून का उत्पादन किया था। विभाग ने इस सफलता से उत्साहित होकर इस साल 10 हजार किलो शहतूत रेशम ककून के उत्पादन का लक्ष्य रखा है और पहली फसल में 1800 किलो ककून का उत्पादन कर लिया है। शहतूत रेशम कृमिपालन में प्रति फसल एक माह का समय लगता है। इसेे जिले में स्थित ककून बैंक के माध्यम से तत्काल खरीदकर राशि हितग्राहियों के खाते मे जमा कर दी जाती है। इससे प्रति हितग्राही को 40 से 50 हजार रुपए की आय होती है।