November 24, 2024

एक नई पहल ,विशाल सोंच :नये कपड़े पाकर जब खिल उठे बच्चों के चेहरे, सावन है तो दूध भी पिलाया, आश्रित गांव ठकुराइन टोला में नारायणी साहित्य अकादमी एवं चरामेति फाउंडेशन का संयुक्त आयोजन।

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रायपुर ,चरामेति फाउंडेशन एवं नारायणी साहित्य अकादमी के एक संयुक्त आयोजन में दिनांक 24 जुलाई को दुर्ग जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत सिकोला के आश्रित गांव ठकुराइन टोला में हुए एक गरिमामय कार्यक्रम में गांव के एक वर्ष से पांच वर्ष तक के करीब 70 बच्चों को मुम्बई के श्री भरत भाई रावरिया (विनीत अपेरल) एवं  मूलचंद भाई डेढिया (सांताक्लास) से प्राप्त नये टी शर्ट एवं हाफ पेंट वितरित किये गये। सावन महीने को ध्यान में रखते हुए समस्त बच्चों को दूध एवं बिस्कुट भी वितरित किये गये।
संस्था के महासचिव राजेंद्र ओझा ने एक विज्ञप्ति में बताया कि नये कपड़े पाकर बच्चों के चेहरे न केवल खुशी से खिल उठे अपितु कुछ बच्चों ने नये कपड़े पहनकर अपनी खुशी को प्रदर्शित भी की। उक्त अवसर पर  अशोक सपहा एवं बिहारी साहू – क्रमशः सरपंच एवं सचिव- ग्राम पंचायत- सिकोला ने दोनों संस्थाओं के इस सेवा कार्य की सराहना की। नारायणी साहित्य अकादमी की प्रांतीय अध्यक्ष डॉ श्रीमती मृणालिका ओझा ने ग्राम्य जीवन की सराहना करते हुए उपस्थित महिलाओं को भी मितानिन, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आदि से मिलकर शिक्षा ग्रहण करने हेतु प्रेरित किया। श्री हेमंत गोहिल, प्रदेशाध्यक्ष- कच्छ गुर्जर छत्रीय समाज, श्री प्रवीण भाई चौहान आदि ने भी बच्चों को सुभाषिश प्रदान किये।
उपरोक्त कार्यक्रम श्रीमती किरण सिंह- जिला कार्यक्रम अधिकारी- महिला एवं बाल विकास विभाग- दुर्ग, श्री जितेन्द्र कुमार साव- परियोजना अधिकारी- एकीकृत बाल विकास परियोजना- जामगांव (एम), श्री संदीप मिश्रा- अध्यक्ष- पत्रकार संघ- पाटन, महिला पुलिस द्वय पुष्पा निषाद एवं गीतांजलि निषाद, गायत्री वर्मा- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम मितानिन- सरोज वर्मा, आंगनवाड़ी सहायिका- अंकलहीन निषाद, रागिनी वर्मा, सुधीर शर्मा, प्रेम साहू, रामेश्वर कुशवाहा, गार्गी के एस अरोरा, सर. के. सिंह, जे. पी. सर, नीरज रामानुज पुरोहित, जोगिंदर जी, नागेश, कृष्ण मूर्ति कासी, आदि की उपस्थिति एवं सहयोग से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में जहां समस्त अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया वहीं कार्यक्रम का सफल संचालन श्री सुयश ठाकुर ने किया तो धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती अंजुम ठाकुर, आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक ने किया।

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