November 24, 2024

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के द्वारा पुलिस हिरासत में हुयी मौत पर की जा रही राजनीति पर कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया

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रायपुर/24 जुलाई 2019। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के द्वारा पुलिस हिरासत में हुई मौत पर की जा रही ओछी राजनीति पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पुलिस हिरासत में किसी भी मृत्यु जायज नहीं ठहराया जा सकता है। कांग्रेस सरकार इन घटनाओं को संवेदनशीलता से लिया है, जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जायेगा। त्वरित कार्यवाही की गयी है। भाजपा को इस प्रकार की घटनाओं में बोलने का कोई हक नहीं है। भाजपा के शासनकाल में दोषियों पर कार्यवाही तो दूर की बात है, रमन सरकार इन घटनाओं को झुठलाने में पूरी ताकत लगाती थी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के गृह जिले कवर्धा के थाने में बन्नू सतनामी की मौत से सिलसिला शुरू हुआ था। भिलाई 3 के सुशील शिंदे, सोहेला में राम कुमार धु्रव की मौत, मीना खलको, मुलमुला में सतीष नोरगे, खरोरा में संतोष डहरिया, बस्तर की मड़कम हिड़में को जिस तरह मारा गया। सारकेगुड़ा और माटवाड़ा भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में केवल अनुसुचित जाति, जनजाति, के लोगो का समहार का काम किया। जो भाजपा शासनकाल में कलंक के रूप में रही है। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद घटना हुई, चाहे कवर्धा हो सुरजपूर की घटना हो कांग्रेस की सरकार संबधित पुलिस अधिकारियों को निलबिंत किया गया है, उनके खिलाफ जांच की जा रही है और दोषी पाये जाने पर उन पर कार्यवाही की जायेगी। यही अंतर कांग्रेस की सरकार और भाजपा की सरकार में है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार संवेदनशील सरकार है। भाजपा द्वारा राजनैतिक दुर्भावना वश इस मामले को लेकर आरोप लगाये जा रहे है। भाजपा के नेता विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से मानसिक संतुलन खो चुके है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के द्वारा निरर्थक, निराधार, और असत्य बाते किया जा रहा है। कांग्रेस सरकार में जो भी घटनाएं हुई हैं उन घटनाओं में बाकायदा जांच संस्थित की गई है, संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों को निलंबित किया गया है और उनके दोषी पाए जाने पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी, कानून के अनुसार समुचित कार्यवाही कांग्रेस सरकार द्वारा की जाएगी, यही भाजपा और कांग्रेस के बीच का अंतर है। जहां तक गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का सवाल है वे बेहद सुलझे हुए समझदार और अपने काम को पूरी निष्ठा से करने वाले मंत्री हैं। ताम्रध्वज साहू जी की अगुवाई में गृह विभाग ने लगातार प्रभावशाली काम किया है। आबकारी अमले पर यदि कोई आरोप है तो गृह मंत्री का इस्तीफा मांगना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि भारतीय जनता पार्टी संतुलन खो बैठी है।

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