स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने की डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं की समीक्षा
डिलीवरी और बच्चों के इलाज के लिए कालीबाड़ी अस्पताल को जोड़ा जाएगा डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल से
रायपुर. लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज यहां सिविल लाइन स्थित अपने निवास कार्यालय में डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय एवं पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय की तमाम व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने यहां संचालित सभी 21 विभागों में विशेषज्ञों, डॉक्टरों, उपकरणों, टेक्नीशियनों, नर्सिंग स्टॉफ और अन्य संसाधनों की उपलब्धता की विभागवार जानकारी ली। उन्होंने मरीजों के लिए मौजूद सुविधाओं, विभागवार बिस्तरों की संख्या, प्रति दिन इलाज के लिए आने वाले ओपीडी मरीजों की संख्या, सुपरस्पेशियालिटी उपचार की व्यवस्था, बजट और आय-व्यय की भी समीक्षा की।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में स्टॉफ तथा अन्य संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कर प्रशासनिक कसावट लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मरीजों की अधिक संख्या को देखते हुए कालीबाड़ी अस्पताल को डिलीवरी और बच्चों के इलाज के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल से संबद्ध करने कहा। इससे विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधा वहां भी मिल सकेगी। श्री सिंहदेव ने डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल की पूरी क्षमता और यहां विभिन्न विभागों में उपलब्ध विशिष्ट चिकित्सा सुविधा का भरपूर उपयोग करते हुए इनका लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने कहा।
श्री सिंहदेव ने बैठक में दवाईयों की उपलब्धता, साफ-सफाई और अपशिष्ट निपटान व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्होंने सफाई कर्मचारियों का युक्तियुक्तकरण करते हुए मरीजों के ज्यादा दबाव वाले विभागों में ज्यादा संख्या में सफाई कर्मचारी तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों से चर्चा कर वर्तमान में उपलब्ध सुविधाओं और भविष्य की जरूरतों के बारे में जानकारी ली।
श्री सिंहदेव ने आयुष्मान भारत योजना के तहत बीमा कंपनी द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल को भुगतान की लंबित राशि के बारे में भी जानकारी ली। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं भुवनेश यादव, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. एस.एल. आदिले, रायपुर मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. आभा सिंह, डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विवेक चौधरी तथा सभी विभागाध्यक्ष मौजूद थे।