नहीं डिगा मोहम्मद अकबर का इमान , इमानदारी बनी युवाओ के लिए सबक
जोगी एक्सप्रेस
कोरिया बैकुंठपुर।छ.ग. चंद रुपयों के लिए जहा लोग इमान तो क्या अपना सब कुछ दाव पर लगा देते है !वही इस दुनिया में इमान को ताजा कारने वाले की भी कमी नहीं !बीते दिनों जिसकी ताजा मिशाल एक छोटे से किराना दुकान चलाने वाले शख्स मोहम्मद अकबर रोजाना की तरह नमाज पढकर सुबह जूनापारा मस्जिद से अपने घर आ रहे थे कि तभी मोहम्मद अकबर की नजर बाजारपारा हनुमान मंदिर के पास सड़क किनारे पड़े थैले पर पडी। जिसे अकबर उठा कर अपने घर ले आये ,घर पहुचते ही जब उन्होंने थैले को खेलकर देखा तो थैले में एक टेबलेट, कुछ राशन कार्ड और 2 लाख 36 हजार रुपये थे।किराना व्यवसाई ने अनुमान लगाया कि संभवत: यह थैला राशन दुकान वाले का हाे सकता है यह सोच उन्होंने कुडेली में रहने वाले अपने परिचित को फोन लगाकर पूरी जानकारी दी और कुडेली राशन दुकान में वस्तु स्थिति की जानकारी लेने को कहा।इसके बाद उन्हें ज्ञात हुआ कि पैसा और थैला किसी इन्द्र प्रताप तिवारी नामक शख्स का है। इसके बाद उन्होंने थैले को उसके मालिक को रकम सहित सौप कर खुस है , वही अकबर की ईमानदारी पुरे नगर में सुर्खियों पर है !