चिरमिरी में खाकी से खादी तक कोयले की कालिख से हुए दागदार ,नहीं थम रहा अवैध कोयले का कारोबार
इंट्रो :सब को पता है कोयला कहाँ से निकल रहा, बस चिरमिरी पुलिस को पता नही कोरिया, चिरमिरी महीने भर पहले अवैध कोयला निकलने के चक्कर मे एक महिला की मौत और एक गंभीर रूप से घायल हो जाने के बाद भी प्रशासन अभी भी मरणासन्न अवस्था मे है। पता नही और कितनी जाने ले कर पुलिस की कुम्भकर्णी नींद टूटेगी, खादी, खाखी अब मिल कर काली कमाई में मशगूल है ! उन्हें लोगो की जान की तनिक भी चिंता नही है।
सूत्रों की माने तो चिरमिरी के डोमन हिल एरिया के आमानाला ,मुक्तिधाम , छोटी बाजार इन्द्र नगर में मौतों के बाद भी धड़ल्ले से कोयला निकालने का काम बदस्तूर जारी है।
एस ई सीएल , वन विभाग, सब नेता जी और कोयले की मोटी कमाई के आगे नतमस्तक है।
बीते दिनों चिरमिरी महापौर के डमरू रेड्डी ने इसी बावत प्रशासन को इस गंभीर समस्या और लोगो की जान बचाने के लिए पत्र लिखा, लेकिन पत्र भी कोयले की कालिख़ में खो स गया कही?? अब इस तरह जब शासन प्रशासन खुल कर कोयला तस्करों का साथ देंगे तो अब चिरमिरी का भविष्य भगवान् भी सही नहीं कर पाएगा
चिरमिरी काले हीरे और श्रमवीरो की नगरी अपनी मनमोहक और दिलकश नजारो को अपने में समेटे है ,यहाँ श्रमवीरो का जत्था प्रदेश से लेकर देश तक को अपनी मेहनत और लगन से आगे बढाने में मील का पत्थर साबित होता है ! वही चंद सिक्को की खनक के आगे लोग अपना इमान और इमानदारी दोनों को ताक पर रख काली कमाई में लागे हुए है ,मामला कोरिया जिले के चिरमिरी शहर का है जहा पर पैसो और आधुनिकता की होड़ दिखाने के चक्कर में लोग शासन को प्रति माह करोडो रूपए का चूना लगा रहे ,महापौर के डमरू रेड्डी ने अपनी इमानदारी और जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय देते हुए प्रशासन को इस बावत पत्र भी लिख कर यहाँ की वास्तु स्थिति से अवगत भी कराया ,परंतु अब तक कोई बड़ी कार्यवाही न किए जाना संदेह को जन्म देता है !
वही राजस्व व वन भूमि में तेजी से काले हीरे का अवैध उत्खनन जारी है । लंबे समय से चल रहे इस अवैध उत्खनन के कारोबार में प्रशासन के कई अधिकारी के अलावा वन विभाग से जुड़े कई अफसर व खाकी वर्दी के लोग भी उन्हें संरक्षण देते हुए रोजाना अवैध उत्खनन को बढ़ावा दे रहे हैं । सेटिंग के इस खेल में कोयला तस्कर का गैंग इतना मजबूत है कि वे दिन हो या रात बड़े आराम से अवैध कोयला खदानों से अपने वाहन न केवल निकालते हैं | बल्कि उद्योगों तक पहुंचाने में कामयाब हो जाते हैं । समय-समय पर राजस्व विभाग कार्रवाई तो करता है,
लेकिन छुटपुट कार्रवाई करने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है जिसके चलते कोयला तस्करों के बुलंद हौसले प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं । स्थिति यह है कि सरकार बदलने के बाद सरकार के ही कुछ समर्थक कोयला तस्करों के साथ मिलकर तस्करी को बढ़ावा दे रहे हैं और जगह-जगह अवैध कोयला उत्खनन का कारोबार इतना फैल गया है कि इन्हें रोक पाना शायद अब प्रशासन के हाथ में नहीं रहा । कारण यह है कि कोयला खदानों में चल रहे अवैध उत्खनन की जानकारी चिरमिरी, मनेद्र्गढ़,खडगवा, थानों के साथ-साथ तहसील कार्यालयों में बैठे अधिकारियों और वहां स्थित वन विभाग के कार्यालयों में भी है, पर कार्रवाई नहीं करने के नाम पर मिलने वाली रकम के अलावा वे सीधा समर्थन कोयला तस्करों को ही कर रहे हैं।अधिकारिक सूत्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनते ही कोयला तस्करी में न केवल तेजी आई है बल्कि चोरी का कोयला खरीदने वाले अधिकांश उद्योग प्रबंधन भी शामिल हो चुके हैं । जानकार सूत्र बताते हैं कि चिरमिरी हो चाहे मनेद्र्गढ़ यहां स्थित वन भूमि व राजस्व भूमि के कई ऐसे इलाके हैं जहां धरती के कुछ फुट नीचे ही कोयला का भंडार है और इसी का फायदा पुराने कोयला तस्कर लगातार उठा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि पुराने कोयला तस्करों का रिकार्ड संबंधित थानों में नहीं है पर अब इन पुराने कोयला तस्करों के हौसले राजनीति पहुंच वाले नेताओं के साथ जुड़ चुके हैं और शायद इसीलिए मोटी रकम एक मुश्त देकर अपने चल रहे कारोबार को
और बढ़ाते हुए ये कोयला तस्कर जिला प्रशासन को ही नहीं बल्कि राज्य सरकार को भी ठेंगा दिखा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो रोजाना अवैध कोयले से लदी 20 से भी अधिक गाडिय़ां अलग-अलग जगहों से निकलती है और यह कोयला ईंटा भट्टो के अलावा कई उद्योगों में खपाकर प्रतिदिन लाखों रुपए की कमाई की जाती है। जिसमें से हिस्सा का बंटवारा होनें से इसे हरी झंडी सेटिंग वाले अधिकारी दे रहे हैं। एक जानकारी के अनुसार कुछ सफेदपोश लोग भी अपनी फिक्स रकम लेने के चलते इस कारोबार में पुरा सहयोग दे रहे हैं चूंकि कोयला तस्कर सीधे-सीधे अपनी काली कमाई में से उनको हिस्सेदार बनाने में नहीं चुक रहे हैं ।
एक सूत्र ने बताया कि हाल ही में डोमन हिल एरिया के आमानाला ,मुक्तिधाम , छोटी बाजार इन्द्र नगर के पीछे स्थित अवैध खदान के साथ-साथ बरतुंगा क्षेत्र और अन्य जगहों में अवैध उत्खनन की जानकारी जब बड़े अधिकारियों को दी जाती है तो उनकी जानकारी जैसे ही थानों तक पहुंचती है तो सेटिंग के जरिए छोटी-मोटी कार्रवाई के जरिए कोयला तस्करों को न केवल बचा लिया जाता है बल्कि उनकी गाडिय़ों को आगे रवाना कर दिया जाता है। कोयला तस्कर का यह भी कहना है कि पूरे क्षेत्र में उनके कई सहयोगी राजस्व विभाग, वन विभाग व पुलिस विभाग के साथ-साथ उनको सहयोग करने वालों की जानकारी रखता है ताकि समय पडऩे पर उनका सहयोग लिया जा सके तथा अवैध कारोबार पर होने वाली कार्रवाई से बच कर बड़े नुकसान से बचा जा सके। सूत्रों की माने तो कुछ दिन पहले ही चिरमिरी इलाके में पुलिस को जानकारी के बाद 6 ट्रक कोयला लोड होकर निकलने की जानकारी किसी ने फोन पर दी थी लेकिन मामला हाई प्रोफाइल लोगो से जुड़े होने के
कारण मामले को वही रफा दफा कर दिया . अधिकारिक सूत्र बताते हैं कि खनिज विभाग को भी इस पूरे मामले की जानकारी रोजाना मिलती है, लेकिन एक्का-दुक्का कार्रवाई करके खनिज विभाग अपनी फाईल दुरूस्त करता है जबकि पूरे चिरमिरी तथा आसपास के इलाके में दो दर्जन से भी अधिक कोयला खदाने संचालित हो रही है और खुलेआम दिन व रात होनें वाले इस अवैध उत्खनन को रोक पाने के लिए पूरा प्रशासन सुस्त पड़ा रहता है /और कोयला तस्करों को रोक नही पा रहा है जिससे यह बात साफ हो जाती है कि राजनीति संरक्षण प्राप्त कोयला तस्करों से मिलने वाली मोटी रकम के आगे बडी सेटिंग का यह खेल जारी है और करोड़ो रूपए के रायल्टी नुकसान मामले को लेकर सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है ,और इस बडी तस्करी को रोकने के लिए कोई पहल नहीं कर रही है। सूत्र यह भी बताते हैं कि चिरमिरी क्षेत्र में सबसे अधिक कोयला होने के कारण क्षेत्र में कोयला तस्करी जोरो पर है सूत्रों की माने तो पुलिस अधिकारियों के सरक्षंण में कोयला तस्करी अब चिरमिरी क्षेत्र में भी जोरों पर है।
इनका कहना है ….
आंशिक रूप से छोटे छोटे बोरियो में कोयला ले जाने वालो पर पुलिस कार्यवाही तो कर रही है ,लेकिन बड़े और इस काम को कराने के लिए प्रेरित करने वालो के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर रही ये एक गंभीर विषय है ,कुछ छुट भइय्या लोग सोशल मिडिया के माध्यम से पुलिस की कार्यवाही की वकालत कर रहे ये भी अस्चर्य की बात है !यह काफी दुर्भाग्य जनक है की शहर के लोग ही गलत कार्यो पर अंकुश लगाने की जगह गलत कार्यो में लिप्त लोगो की तरफदारी कर रहे , मै गलत कार्य करने वालो के विरुद्ध कल भी था और आज भी हु ,मै अपने नगर के युवाओ को गलत रस्ते पर नहीं झोक सकता ! मेरी लड़ाई निरंतर गलत कार्यो को अंजाम देने वालो के विरुद्ध रहेगी, मुझ पर कोई रिश्वत य अन्य झूटे आरोप लगा कर सोशल मिडिया पर मेरी छवी धूमिल करने की कोशिश करता है तो करता रहे ,यहाँ सब को आजादी है अपनी बात को रखने की ,लेकिन सच की हमेशा ही जीत हुई है ,औए मै सच के साथ हु ,सत्यमेव जयते ….
के. डमरू रेड्डी ,महपौर चिरमिरी
निश्चित रूप से यह बड़ा ही गंभीर मामला है ,आए दिन अखबारों में सोशल मिडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त हो रही है ,और कुछ दिन पहले महपौर जी ने भी इस बावत शाशन प्रशासन को पत्ररा चार के माध्यम से अवगत करवाया था ,भाजपा के पूर्व विधायक दीपक पटेल जी ने भी मुख्यमंत्री जी और पुलिस के अला अधिकारियो को इस की जानकारी भेजी है ,अब भाजपा संगठन इस को संज्ञान में लेते हुए व्रहद रूप से आन्दोलन करेगी
श्याम बिहारी जयसवाल:पूर्व विधायक व भाजपा नेता
इस बावत जब थाना प्रभारी चिरमिरी से सम्पर्क करने की कोशिस की गई तो उनका फोन नेटवर्क छेत्र से बाहर बताया