November 24, 2024

मक्के की फसल से जिले के किसानो की बदलेगी अब तकदीर

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नथली बाई, प्रेमचंद और जम्बे लाल सहित 22 किसान बनेंगे अब शेयरधारी कृषक
जिले के उत्साहित कृषक शिविरो में करा रहे है पंजीयन

कोण्डागांव, कभी हमने सोचा नहीं था कि किसी कारखाने के हम शेयरधारी बनेंगे और जिला प्रशासन द्वारा किसानो की समिति को मक्का कारखाने के संचालन का जिम्मा देकर स्वागत योग्य निर्णय लिया गया है।
यह पूरी तरह से किसान हित में लिया गया फैसला है। पहले हम अपनी पूरी उपज स्थानीय व्यापारियों को बेच देते थे। जिसके कारण हमें पूरा लाभ मिलने का सवाल ही पैदा नहीं होता था, इसके अलावा कभी-कभी हम घाटा सहकर बेचने का मजबूर होते थे और जो भुगतान मिल जाये उसी में संतोष करना पड़ता था। परन्तु अब निश्चय ही पूरी परिस्थिति बदलने वाली है। अब हम अपने-अपने गांव में जाकर अधिक से अधिक दूसरे किसानो को मक्का कारखाने के लाभ के बारे में बताकर उनका पंजीयन करवाने का प्रयास करेंगे। यह कहना था ग्राम पलारी के मक्का कृषक प्रेमचंद, नथली बाई और जम्बे लाल का, जिन्होंने विगत् 7 जुलाई (रविवार) को मुख्यालय के शीतला माता मंदिर के प्रांगण में आयोजित मक्का प्रसंस्करण केन्द्र हेतु कृषक पंजीयन शिविर में अपना पंजीयन कराकर अपने विचारो से अवगत कराया। इस शिविर में 22 कृषको का पंजीयन सह कृषक शेयर राशि 38 हजार रुपये प्राप्त किया गया।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा मक्का प्रसंस्करण केन्द्र में पंजीयन हेतु गांव-गांव शिविर लगाकर कृषक जनजागरण अभियान चलाया गया है। इन शिविरो में कृषको को मक्का प्रसंस्करण केन्द्र से होने वाले लाभ के साथ-साथ मक्का की उन्नत खेती करने के लिए आवश्यक जानकारी भी दी जा रही है। इसका सुपरिणाम यह हो रहा है कि कृषक अपने साथ-साथ अपने साथी कृषको को भी पंजीयन कराने के लिए प्रोत्साहित कर रहे है।
ज्ञातव्य है कि ग्राम कोकोड़ी में बनने वाले माँ दंतेश्वरी मक्का प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी समिति की सदस्यता शुल्क 100/- रुपये रखी गई है एवं न्यूनतम अंशपूंजी के लिए 1000/- तथा अधिकतम अंशपूंजी 50 हजार तक जमा किया जा सकेगा। इसके साथ ही कृषक तीन किश्तो में भी अंशपूंजी जमा करके समिति में हिस्से दार बन सकते है। जिले में 136.20 करोड़ लागत वाले उक्त मक्का प्रसंस्करण केन्द्र के लिए गठित कृषक समिति में अब तक 18 हजार से अधिक कृषको द्वारा सदस्यता हेतु पंजीयन कराया जा चुका है। इसके अलावा पंजीयन हेतु संबंधित गांव के सचिव, पटवारी, लैम्पस, सहायक कृषि विकास अधिकारी, समिति के कार्यालय, जनपद कार्यालय, तहसील कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। इस मौके पर एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर, अनुविभागीय कृषि अधिकारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, कृषि विकास अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पटवारी सहित राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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